होशियारपुर | साइबर ठगों द्वारा ठगने के आए दिन मामले सामने आ रहे हैं। इसका मुख्य कारण लोगों का जागरूक न होना है। ठग कभी विदेश का रिश्तेदार बनकर, कभी साहूकार बनकर, तो कभी लॉटरी जीतने का झांसा देकर लोगों को फंसाते हैं। ठगों की बाते मानकर लोगों ने लाखों रुपए गंवा दिए। अब साइबर ठगों द्वारा ठगी का नया तरीका अपनाया जा रहा है। अब साइबर ठग विदेश से वकील बन कर भोले-भाले लोगों को ठग रहे हैं।
अगर किसी के साथ ऐसा होता है तो तुरंत हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करने से आपके पैसे बच सकते हैं। यह नंबर पूरे देश में काम करता है और सभी बैंकों से जुड़ा हुआ है। जैसे ही इस पर शिकायत दर्ज होती है, बैंक आपके खाते और उस खाते को फ्रीज कर देता है जिसमें ठग ने पैसे जमा करवाए थे। यदि ठग ने खाते से जमा राशि नहीं निकाली है, तो बैंक परिचालन चैनलों के माध्यम से इसे पीड़ित के खाते में वापस लाने में सफल हो सकता है।
ठग अक्सर विदेशी नंबरों से कॉल करते हैं और खुद को कॉल करने वाले का रिश्तेदार बताते हैं। वे फोन कर कहते हैं कि आपका रिश्तेदार विदेश से बोल रहा है, मुझे पहचानो। भोले-भाले लोग विदेश से आए रिश्तेदार का नाम लेते हैं, लेकिन ठग खुद उसी का नाम बताता है। वे तरह-तरह के बहाने बनाकर या डरा-धमकाकर पैसे लेते हैं। पुलिस के मुताबिक अब ठग धोखाधड़ी के नए तरीके में वकील बनकर फोन करते हैं और कहते हैं कि विदेश में पढ़ रहा आपका बच्चा या रिश्तेदार किसी मामले में फंस गया है। उसे छुड़ाने के लिए खाते में बड़ी रकम जमा करने को कहा जाता है। ये ठग दिन में फोन करते हैं जब विदेश में रात होती है और वहां ज्यादातर बच्चे फोन बंद करके सो रहे होते हैं और माता-पिता का फोन नहीं उठा पाते, जिससे परिवार घबरा जाता है और साइबर धोखाधड़ी का शिकार हो जाता है।
वहीं, साइबर क्राइम होशियारपुर के प्रभारी डी.एस.पी. बलकार सिंह ने कहा कि अगर किसी अनजान विदेशी नंबर से कॉल या वीडियो कॉल आए तो उसे रिसीव न करें। फोन पर आए ओ.टी.पी को किसी के साथ सांझा न करें। फोन और मेल पर आए अनजान लिंक को न खोलें। इंस्टाग्राम, फेसबुक और अन्य सोशल साइट्स पर प्राइवेसी सेट करें। अपने परिवार की फोटो और लोकेशन सोशल मीडिया पर शेयर न करें। Google सर्च इंजन पर कस्टमर केयर नंबर पर कॉल न करें। ऑनलाइन नौकरियों के लालच में न आएं। ऑनलाइन गलत उत्पाद खरीदने से बचें। क्रेडिट कार्ड और ए.टी.एम. सी.वी. सांझा न करें। जब भी किसी बात पर संदेह हो तो रिश्तेदारों और पुलिस से जानकारी लें।