जनता से रिश्ता वेबडेस्क : अमृतसर: रेलवे स्टेशन के नजदीक होटल ग्रैंड के पास बन रहे होटल की बेसमेंट की खोदाई के कारण हुए हादसे की जांच को एसडीएम-2 हरप्रीत सिंह ने सोमवार को अंतिम रूप दे दिया। देर शाम तक वह इसी काम में जुटे रहे। इस संबंधी उन्होंने कई बड़े इंजीनियरों से राय भी ली है। जांच में उन्हें कई लापरवाहियां मिली हैं। सूत्रों के अनुसार इसमें निगम अफसरों और होटल मालिक की लापरवाही पाई गई है। हालांकि अभी डीसी को रिपोर्ट सौंपी जानी है। इसके बाद लापरवाह अधिकारियों पर कार्रवाई होना तय माना जा रहा है, जिनकी वजह से लोगों के घर गिरने की कगार पर आ गए।
दरअसल, होटल ग्रैंड के नजदीक एक नया होटल बनाया जा रहा है। इसके लिए होटल मालिक की तरफ से बेसमेंट के लिए खोदाई की गई थी, जो 60 फुट के करीब पहुंच गई। इसी कारण 12 मई को आसपास के लोगों के घरों की दीवारों में दरारें आ गई और जमीन तक धंस गई थी। तभी से लोग अपने घरों के बाहर गली में दिन-रात गुजार रहे हैं। पहले इस मामले की जांच एडीसी संजीव शर्मा कर रहे थे, लेकिन उन्होंने जांच बीच में ही छोड़ दी। इसके पश्चात 20 मई को डिप्टी कमिश्नर हरप्रीत सिंह सूदन ने जांच एसडीएम-2 हरप्रीत सिंह को सौंपी थी। सात दिनों में जांच पूरी करने की हिदायत की गई थी, लेकिन जांच को एक सप्ताह से अधिक का समय भी हो गया है। खोदाई की मंजूरी थी 39.4 फुट, 60 फुट से भी अधिक खोद दी
बेसमेंट की अधिक खोदाई हो जाने के कारण गुरु नानक नगर के करीब 12 लोगों के घरों में दरारें आ गई और जमीन तक धंस गई। एहतियात के तौर पर लोगों ने अपने घरों का सामान बाहर निकाल लिया। दो सप्ताह से अधिक का समय हो चुका है और लोग अपने घरों के बाहर रहकर ही गुजारा कर रहे हैं। इन लोगों को न तो अभी तक इंसाफ मिला है और न ही प्रशासन की तरफ से इनके रहने का कोई इंतजाम किया गया है। अभी कुछ दिनों से तेज हवाएं चलने के कारण इन लोगों के घरों को और खतरा बना हुआ है। फिलहाल इलाका निवासी अभी अधिकारियों की तरफ इंसाफ की उम्मीद लगाए बैठे हैं।
साभार-JAGRAN