MP Gurjit Singh Aujla ने ग्रामीण चुनाव में शामिल अधिकारियों की जांच की मांग की
Amritsar,अमृतसर: सांसद गुरजीत सिंह औजला Member of Parliament Gurjit Singh Aujla ने चुनाव आयोग से मांग की है कि पंचायत चुनाव में शामिल अधिकारियों की जांच कर पता लगाया जाए कि वे किसके दिशा-निर्देशों के तहत काम कर रहे थे। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार असंवैधानिक तरीके से पंचायत चुनाव करवा रही है, जिसके खिलाफ वह आवाज उठाएंगे। शनिवार को यहां जारी एक विज्ञप्ति में सांसद औजला ने कहा कि चुनाव के जरिए अनिश्चितता और भय का माहौल पैदा किया गया है। गांवों में बीडीओ, बीडीपीओ और चुनाव अधिकारी विधायकों की मर्जी के मुताबिक काम कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन चुनावों का पंजाब की राजनीति पर असर पड़ता है, लेकिन इन चुनावों में जिस तरह से संविधान का उल्लंघन किया जा रहा है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि चुनाव में नामांकन दाखिल करने में सचिव, बीडीओ और बीडीपीओ की अहम भूमिका होती है, लेकिन जब भी उम्मीदवार ब्लॉक में जाते हैं तो अधिकारी वहां मौजूद नहीं होते।
सांसद औजला ने कहा कि सीएम भगवंत मान ने घोषणा की थी कि ये चुनाव बिना किसी पार्टी सिंबल के होंगे, लेकिन हकीकत में उनके विधायक ही सब कुछ मैनेज कर रहे हैं। अपनी मर्जी से सीटें आरक्षित कर ली हैं, जबकि उस क्षेत्र में कोई आरक्षित श्रेणी नहीं है। इसके अलावा एक ही परिवार के पांच सदस्यों के वोट अलग-अलग जगहों पर बना दिए गए हैं, ताकि वे अपने अधिकार का प्रयोग न कर सकें। सांसद औजला ने कहा कि वह विश्वास के साथ कह सकते हैं कि चुनाव करवाने में लगे सरकारी अधिकारी उनके विधायकों के इशारे पर काम कर रहे हैं। इसके लिए चुनाव आयोग से अनुरोध है कि वह अधिकारियों के फोन डिटेल की जांच करे, ताकि पता चल सके कि वे पिछले तीन दिनों से कहां थे और किससे बात करते हैं। औजला ने कहा कि आप सरकार कानून व्यवस्था के मामले में बुरी तरह विफल रही है। फिरौती मांगना, फायरिंग, लूटपाट की घटनाएं आम हो गई हैं। लोग डरे हुए हैं और पंजाब पिछड़ रहा है। उन्होंने मांग की कि पंचायत चुनाव निष्पक्ष तरीके से करवाए जाएं, ताकि लोग बिना किसी डर के अपने अधिकारों का प्रयोग कर सकें।