Moga: शेयर बाजार में पैसे लगवाने के नाम पर कई लाख की ठगी

Update: 2024-06-26 11:48 GMT
Mogaमोगा: अज्ञात व्यक्तियों द्वारा मोगा निवासी नैस्ले में काम करते आनंद महेन्द्रा निवासी गुरु रामदास नगर मोगा के पास से शेयर मार्कीट में पैसे लगाकर अधिक मुनाफा कमाने का झांसा देकर 45 लाख की ठगी किए जाने का मामला सामने आया है। पुलिस के साइबर सैल द्वारा की गई जांच के बाद थाना city मोगा में अज्ञात व्यक्तियों के खिलाफ धोखाधड़ी तथा अन्य धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। इस मामले की जांच थाना सिटी साऊथ के प्रभारी
inspector
प्रताप सिंह द्वारा की जा रही है। पुलिस सूत्रों के अनुसार जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को दिए शिकायत पत्र में आनंद महेन्द्रा निवासी गुरु राम नगर मोगा ने कहा कि वह नैस्ले में काम करता है।
अप्रैल 2024 में जब वह अपना सोशल मीडिया इंस्टाग्राम देख रहा था, तो उसने एक एड देखी, जिसमें व्हाट्सएप ग्रुप मोरगेन स्टैनली ज्वायन करने पर शेयर मार्कीट बारे बताया जा रहा था। इस उपरांत उनकी सहायक मिस लीडा ने मेरे साथ तालमेल करके मुझे एक एप डाऊनलोड करवा दी तथा वी.आई.पी. ग्रुप मोरगन स्टैनली ज्वायन करवा लिया। इस ग्रुप में पैसे जमा करवाने के लिए बैंक काम का नाम तथा खाता नंबर भी बताया गया। मैं इस ग्रुप द्वारा बताए अनुसार पैसे जमा करवा देता था। इनमें एक
profesor
पारख धरू जो शेयरों बारे जानकारी देता था तथा हम शेयर खरीद कर पैसे जमा करवा देते था इसकी डिटेल मुझे एप में दिखाई देती थी। इसलिए मैं अलग-अलग समय अलग-अलग बैंक खातों में 45 लाख रुपए जमा करवाए जो फैडरल बैंक, पंजाब नैशनल बैंक तथा अन्य कई खातों में जमा करवाए गए। कथित व्यक्ति मुझे लालच देकर पैसे इन्वैस्ट करवा लेते थे तथा ज्यादा प्रोफिट का झांसा दिया गया। मुझे जब पता लगा कि मेरे साथ धोखाधड़ी हो रही है, ताकि पैसे जमा करवाने बंद कर दिए।
इस संबंध में जिला पुलिस अधीक्षक मोगा को शिकायत पत्र दिया, ताकि कथित आरोपी जो भोले-भाले लोगों को अपने जाल में फंसाकर share market में पैसे लगाने का झांसा देकर उनको ज्यादा मुनाफा कमाने का कहकर लाखों रुपए की ठगी मार रहे हैं, काबू आ सकें। जिला पुलिस अधीक्षक मोगा ने मामले को गंभीरता से लेते इसकी जांच साइबर सैल मोगा को करने का आदेश दिया। जांच समय पता लगा कि शिकायतकर्ता द्वारा स्टाक मार्कीट में कुल 42 लाख 87 हजार 242 रुपए अलग-अलग बैंक खातों में जमा किए गए तथा जांच समय यह भी पता लगा कि कथित आरोपियों ने 45 लाख रुपए की धोखाधड़ी की है। कथित आरोपी बाहरी स्टेटों से संबंधित होने के कारण तथा बैंकों की डिटेल न मिलने के कारण पूरा मामला सामने नहीं आ सका। पुलिस मामले की जांच कर रही है तथा कथित आरोपियों तक पहुंचने का प्रयत्न कर रही है। जांच अधिकारी ने बताया कि कथित आरोपियों को काबू करने के लिए जल्दी ही अलग-अलग टीमें उन states में जाएंगी, जिन्होंने स्टेटों की बैंकों में पैसे जमा हुए हैं, ताकि असल सच्चाई सामने आ सके।
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