Ludhiana: सरकारी बसों के कर्मचारी 6 से 8 जनवरी तक हड़ताल पर

सभी डिपो पर बस कर्मियों का प्रदर्शन जारी

Update: 2025-01-06 08:24 GMT

लुधियाना: सरकारी कर्मचारियों की अन्य संस्थाओं ने भी इनकी हड़ताल को समर्थन दिया है। इन सभी बसों के कर्मचारी 6 से 8 जनवरी तक हड़ताल पर रहेंगे। इसके अलावा कर्मचारी कल चंडीगढ़ में सीएम आवास के बाहर प्रदर्शन भी करेंगे। इससे यात्रियों को प्राइवेट बसों पर निर्भर रहना पड़ेगा। हड़ताली कर्मचारी खुद को पक्का करने की मांग कर रहे हैं। इसे लेकर पनबस और पीआरटीसी ठेका कर्मचारी यूनियन ने पिछले महीने सभी मंत्रियों को मांगपत्र भी सौंपे थे।

इसके बावजूद उनकी मांग पर कोई ठोस कार्रवाई नहीं हुई। इसके उलट पड़ोसी राज्य हरियाणा और हिमाचल वहां की सरकारें कर्मचारियों को दो साल बाद परमानेंट कर रही हैं। मगर, पंजाब सरकार बहाना बनाकर पंजाब के कर्मचारियों का शोषण कर रही है। पंजाब सरकार महिलाओं को मुफ्त बस सफर के करीब 600 करोड़ रुपए अदा नहीं कर रही। जिस वजह से उन्हें समय पर वेतन नहीं मिल रहा। करीब 4 महीनों से कांट्रैक्ट कर्मियों के ईपीएफ में 1950 रुपए प्रति कर्मचारी जमा नहीं कराया जा रहा। जिसकी कुल राशि करीब साढ़े चार करोड़ रुपए के पास हो चुकी हैं।

यूनियन नेताओं के अनुसार पनबस और पीआरटीसी के पास इस समय 2 हजार कांट्रैक्ट कर्मचारी और करीब 6 हजार आउटसोर्स कर्मचारी हैं। जो लंबे समय से अपनी मांगें पूरा होने की इंतजार कर रहे हैं। 400 से अधिक बेहद पुरानी बसें हैं। पनबस और पीआरटीसी को करीब 90% कांट्रैक्ट कर्मचारी चला रहे हैं।

पीआरटीसी और पनबस के कांट्रैक्ट वर्कर्स यूनियन पंजाब के प्रधान रेशम सिंह ने कहा कि इस हड़ताल से पीआरटीसी की 1100 और पनबस की 600 बसें प्रभावित रहेंगी। हड़ताल के दौरान पंजाब के किसी हिस्से में कोई बस नहीं चलाई जाएगी। हालांकि इस हड़ताल का सीधा असर आम लोगों पर पड़ेगा, लेकिन इसके बावजूद यूनियन नेताओं का कहना है कि उनके पास पंजाब सरकार से अपनी मांगें मनवाने के लिए अब कोई अन्य रास्ता नहीं बचा है।

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