Punjab,पंजाब: पंजाब में सत्तारूढ़ आप के लुधियाना (पश्चिम) से विधायक गुरप्रीत बस्सी गोगी (58) की शुक्रवार देर रात उनके आवास पर रहस्यमय परिस्थितियों में गोली लगने से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि उनके सिर में गोली लगी थी। उन्हें डीएमसी अस्पताल ले जाया गया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। घटना के बाद पुलिस आयुक्त कुलदीप चहल और उपायुक्त जितेंद्र जोरवाल भी अस्पताल पहुंचे। पुलिस ने कहा कि पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पता चलेगा कि बस्सी ने आत्महत्या की है या फिर उन्होंने गलती से खुद को गोली मार ली। मौत की पुष्टि करते हुए संयुक्त पुलिस आयुक्त जसकरण सिंह तेजा ने लुधियाना में मीडिया को बताया कि गुरप्रीत गोगी को दयानंद मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (डीएमसीएच) में मृत लाया गया। तेजा ने कहा, "परिवार के सदस्यों के अनुसार, उन्होंने गलती से खुद को गोली मार ली और उनके सिर में गोली लग गई। गुरप्रीत गोगी को अस्पताल में मृत घोषित कर दिया गया; उनके शव को डीएमसी अस्पताल के शवगृह में रख दिया गया है।" घटना सुबह करीब 12 बजे हुई, जब वे एक सार्वजनिक समारोह से लौट रहे थे। दूसरे कमरे में मौजूद उनकी पत्नी ने गोलियों की आवाज सुनी और उन्हें खून से लथपथ पाया।
गोली की आवाज सुनकर वह पूछताछ करने दौड़ी और उन्हें खून से लथपथ पाया। गोगी के सुरक्षा गार्डों ने उन्हें तुरंत अस्पताल पहुंचाया, जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। गोगी के परिवार में उनकी पत्नी सुखचैन कौर गोगी, एक बेटा और एक बेटी हैं। गोगी 2022 में आप में शामिल हुए थे और लुधियाना (पश्चिम) विधानसभा क्षेत्र से विधानसभा चुनाव के दौरान दो बार के विधायक भारत भूषण आशु को हराया था। 2022 में विधायक बनने से पहले गोगी दो बार लुधियाना नगर निगम पार्षद रह चुके थे। गोगी पीएसआईईसी के चेयरमैन थे। कांग्रेस सरकार के दौरान गोगी को पंजाब लघु उद्योग एवं निर्यात निगम (पीएसआईईसी) के चेयरमैन की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। वह 2014 से 2019 तक कांग्रेस के जिला (शहरी) अध्यक्ष रहे। आप में शामिल होने से पहले गोगी कांग्रेस में नगर निगम मेयर पद के प्रबल दावेदार थे, लेकिन बलकार सिंह संधू ने बाजी मार ली। इसके बाद उन्होंने कांग्रेस से दूरी बनानी शुरू कर दी। गोगी पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के करीबी थे। पिछले साल गोगी ने बुड्ढा नाला में एक पाइपलाइन परियोजना की आधारशिला तोड़ दी थी, जिसका शिलान्यास उन्होंने 2022 में किया था। उन्होंने परियोजना में देरी पर निराशा व्यक्त की थी और विधानसभा अध्यक्ष कुलतार सिंह संधवान ने आप विधायक की शिकायतों के जवाब में सफाई परियोजना में किसी भी तरह की बाधा के खिलाफ सख्त कार्रवाई का वादा किया था। अपनी मौत से कुछ घंटे पहले उन्होंने लुधियाना में बुड्ढा नाला की सफाई अभियान के लिए संधवान और आप सांसद संत बाबा बलबीर सिंह सीचेवाल से मुलाकात की थी। उनकी पत्नी डॉ. सुखचैन बस्सी भी एक बार पार्षद रह चुकी हैं।