ससुरालियों से तंग आई महिला का खौफनाक कदम, बच्चे सहित अपनाया यह रास्ता
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मक्खू। बंगाली वाले ब्रिज से एक महिला ने अपने 2 बच्चों के साथ राजस्थान फीडर में छलांग लगा दी। महिला की पहचान गुरजिंदर कौर (32) उर्फ पिंकी के रूप में हुई है। महिला यह कदम उठाने से पहले नहर के किनारे बच्चों के साथ खड़े होकर वीडियो बनाया और कुछ ऑडियो भी रिकॉर्ड किया। इसमें पिंकी ने अपनी सास, जेठ, जेठानी और अन्य सदस्यों के नाम लेकर आरोप लगाया कि वे कई सालों से शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना दे रहे थे। मायके परिवार के लिए छोड़े गए एक रिकॉर्डेड संदेश में पिंकी ने मांग की कि दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा दी जाए। इस भयानक कदम के मौके पर बदकिस्मती से विवाहिता ने स्कूल वर्दी में साथ लाए अपने दोनों बच्चों में पहले अपनी 7 साल की बेटी निम्रतप्रीत कौर को नहर में फेंका और बाद में अपने 4 साल के बेटे तजिंदरपाल सिंह को गोद में लेकर नहर में छलांग लगा दी। दर्दनाक घटना के समय सहायक पुलिस अधिकारी तरसेम सिंह इंचार्ज ट्रैफिक सैल मक्खू और कर्मचारी बलजिंदर सिंह, जो पास में ड्यूटी पर थे, चिल्लाए और गोताखोरों को बुलाया।
इसी बीच नहर में फेंकी गई बेटी का हाथ पेड़ की टहनी आ जाने कारण पुलिस अधिकारियों ने गोताखोरों की मदद से उसे बचा लिया। मीडिया के आने पर घटना स्थल पर पहुंचे पिंकी के पति गुरलाल सिंह गोताखोरों द्वारा बचाई अपनी बेटी को बीच में छोड़कर वहां से फरार हो गया। जबकि पानी में तैर रहे मासूम बच्चे के शव को वारिसों द्वारा कीमेवाली पुल के पास नहर से निकाला जा रहा था। पिंकी द्वारा रिकॉर्ड किए गए संदेश में मायके परिवार को बताया कि उसके ससुराल गांव बैका जिला तरनतारन घर में गुटका साहिब नीचे पड़े पैसे व गांव के हरविंदर सिंह उर्फ विक्का पुत्र राम सिंह से को उधार दिए 25 हजार रुपए की राशि लेने की भी बात की। पिंकी के पिता बलवीर सिंह, मलसीहां तहसील जीरा तथा नजदीकी रिश्तेदार बीकेयू राजेवाल नेता डॉ. गुरदेव सिंह तलवंडी ने बताया कि पिंकी का पति गुरलाल सिंह विदेश में रहता था और अब वह कई साल पहले विदेश से लौटा था लेकिन उसका ससुराल परिवार जुल्म करना बंद नहीं करता था। उन्होंने कहा कि काफी समय तक वह अपनी बेटी मायके घर पर रखते थे। वहीं जब ससुराल वाले घर जाती तो फिर से शारीरिक और मानसिक प्रताड़ना का दौर शुरू हो जाता था। कई बार पंचायत ने बेटी को बसाने की गुहार भी लगाई। उन्होंने खुलासा किया कि दुर्भाग्यपूर्ण साढ़े 4 साल का तजिंदरपाल शूगर से पीड़ित था, लेकिन उसके पिता और परिवार के अन्य सदस्यों ने बच्चे को दवा भी नहीं दी। इस बीच मक्खू थाने में भारी संख्या में पहुंचे पिंकी के मायके परिवार ने आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की है।