अमृतसर। त्योहारी सीजन को देखते हुए स्वास्थ्य विभाग मिलावट करने वालों पर नजर रखे हुए है। विभाग द्वारा बाहरी राज्यों और जिलों से आने वाले सामान के लिए जिले की सीमाओं को सील कर दिया है। इसके साथ ही सिंघम के नाम से जाने जाने वाले सहायक कमिश्नर फूड राजिंदरपाल सिंह ने रात में छापेमारी करने के लिए फूड सुरक्षा अधिकारियों को तैनात किया है। कमिश्नर ने कहा है कि मिलावट किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं की जाएगी, अगर कोई नियमों का उल्लंघन करता हुआ पाया गया तो उसके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी। सहायक कमिश्नर राजिंदर पाल सिंह ने पंजाब केसरी को बताया कि फूड सुरक्षा पंजाब डा. अभिनव त्रिखा तथा डिप्टी कमिश्नर अमृतसर हरप्रीत सिंह सूदन के दिशा-निर्देशों अनुसार त्योहारों के सीजन के दौरान फूड सेफ्टी विंग अमृतसर पूरी मुस्तैदी से काम कर रहे हैं। टीमों द्वारा लॉरेंस रोड छेहरटा क्षेत्र में टीमों द्वारा लगातार सैंपलिंग की जा रही है।
बटाला रोड, मजीठा रोड और ग्रामीण क्षेत्रों से मिठाइयों और दूध उत्पादों के 30 सैंपल भी जांच के लिए लैब भेजे गए हैं। इसके अलावा पिछले कुछ समय दौरान 380 सैंपल भरे गए हैं, जिनमें से 93 सैंपल फेल पाए गए हैं, इनमें से ज्यादातर दूध से संबंधित हैं। कमिश्नर ने कहा कि अधिकारियों को आदेश दिए गए हैं कि मापदंडों पर खरा उतरने वाले दुकानदारों और बड़े व्यापारियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि फूड सेफ्टी एवं स्टैंडर्ड एक्ट के तहत जहां न खाने सामग्री बेचने वालों के खिलाफ आजीवन कारावास की सजा का प्रावधान है, वहां भारी जुर्माना भी लगाया जा सकता है। उन्होंने लोगों से अपील की कि अगर उनके पड़ोस में कोई मिलावटी सामान बेचता या बनाता है तो उसकी जानकारी विभाग को दें। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा और सम्मानित किया जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले अमृतसर के बाहर के जिलों से खोया और अन्य सामग्री आती थी, लेकिन अब जिले की सीमाओं को सील कर दिया गया है और टीमें कड़ी नजर रख रही हैं।