पराली जलाने वालों को लेकर सरकार सख्त, विरोध करने पहुंचे किसानों को DC की दो टूक
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गुरदासपुर। पंजाब सरकार द्वारा राज्य में पराली से होने वाले प्रदूषण को रोकने के लिए कई कदम उठाए गए हैं और सख्त आदेश भी जारी किए गए हैं। सरकार द्वारा पराली जलाने वाले किसानों की रेड एंट्री दर्ज की जा रही है। इसके कारण आने वाले समय में किसानों को कई दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। इसी रेड एंट्री को रद्द करवाने के लिए गत दिवस संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) के एक शिष्टमंडल ने गुरदासपुर के डिप्टी कमिश्नर से मुलाकात की। इस दौरान किसानों ने रेड एंट्री रद्द करने की मांग रखी लेकिन डी.सी. ने कहा कि चाहे उनकी और पटवारी की पिटाई कर दीजिए लेकिन रेड एंट्री रद्द नहीं होगी। दर्ज होनी भी बंद नहीं होगी।
इसके साथ ही किसान नेताओं ने बताया कि उनकी मांग थी कि पराली न जलाने वाले किसानों को 6000 रुपए प्रति एकड़ सहायता राशि दी जाए लेकिन सरकार ने 2500 रुपए सहायता राशि देने की बात मानी थी पर इससे भी अब वो मुकर गई है। इसलिए छोटे किसान पराली जलाने के लिए मजबूर हैं। संयुक्त किसान मोर्चा (गैर-राजनीतिक) में शामिल किसान नेता सुखदेव सिंह भोजराज, बाबा कंवलजीत सिंह पिंडोरी, बलबीर सिंह रंधावा, शमशेर सिंह अठवाल, कंवलजीत सिंह की अध्यक्षता में यह शिष्टमंडल गया था। इनके अलावा इस मौके पर गुरप्रीत सिंह, धर्मवीर, चमन मसीह, चरणजीत, सुख कादियां, अमरशेर सिंह रंधावा, सतनाम सिंह, अर्जुन सिंह आदि उपस्थित थे।