AIG को क्लीन चिट देनी सिट के प्रमुख को पड़ी महंगी, इतनी तारीख को होगी पेशी
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चंडीगढ़। एक करोड़ मामले में फंसे ए.आई.जी. कपूर को क्लीन चिट देने वाली पूर्व सिट के प्रमुख एवं मौजूदा डी.जी.पी. शरद सत्या चौहान सवालों के घेरे में नजर आ रहे हैं जिसके चलते पुलिस शिकायत अथॉरिटी ने 14 अक्तूबर तक पेश होने के लिए कहा है। इसके साथ ही वे अधिकारी भी शक के घेरे में है जो क्लीन चिट देने में संलिप्त थे। जानकारी के अनुसार आशीष कपूर पर जीरकपुर में 2019 में केस दर्ज हुआ था जिसे चलते आई.पी.एस. कुंवर विजय प्रताप ने जांच में पाया कि कपूर मामले में दोषी है परंतु विजिलेंस में तैनात होने के बाद जांच कर रही सिट ने उन्हें क्लीन चिट दे दी थी। सिट में दो ए.डी.जी.पी. रैंक के अधिकारी भी शामिल थे। जिक्रयोग्य है कि आशीष कपूर द्वारा जालसाली और धोखाधड़ी के केस में फंसी दो महिलाओं को राहत देने के बदले में एक करोड़ रुपए की रिश्वत लेने के आरोप हैं। आरोपी कपूर ने चेक साइन करवाकर बैंक में से एक करोड़ रुपया निकलवाया था। इसके अलावा कपूर पर जेल में बंद महिला से रेप करने का मामला भी सामने आया है। महिला इमिग्रेशन फ्रॉड मामले में जेल में बंद थी। महिला ने कहा कि आशीष कपूर ने ही मई 2018 में उसे जीरकपुर थाने में झूठे इमिग्रेशन केस में फंसाया था। इसके साथ ही महिला ने कपूर पर और भी आरोप लगाए हैं। गौरतलब है कि ए.आई.जी. आशीष कपूर की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही हैं।