जी-20 शिखर सम्मेलन: पंजाब पुलिस ने एक साथ 300 से अधिक स्थानों, विदेशी गैंगस्टरों एवं उनके सहयोगियों से संबंधित ठिकानों पर की छापेमारी

Update: 2023-03-14 16:30 GMT

अमृतसर में आगामी जी-20 की बैठक के मद्देनजऱ पंजाब पुलिस ने एक विशेष घेराबंदी और तलाशी अभियान (सीएएसओ) चलाया, जिसके तहत विदेशी गैंगस्टरों और उनके सहयोगियों से संबंधित स्थानों और ठिकानों पर छापे मारे गए।

पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान के दृष्टिकोण के अनुसार पंजाब को एक सुरक्षित राज्य बनाने के उद्देश्य से सभी 28 पुलिस जि़लों में पुलिस महानिदेशक (डीजीपी) पंजाब गौरव यादव के निर्देश पर सीएएसओ आयोजित किया गया।

अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (एडीजीपी) कानून व्यवस्था अर्पित शुक्ला ने ऑपरेशन के बारे में अधिक जानकारी देते हुए कहा कि सीपीज़/एसएसपीज़ को इन छापों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करने और पर्याप्त संख्या में पुलिस टीमें तैनात का निर्देश दिया गया है, ताकि एक साथ छापेमारी की जा सके। उन्होंने कहा कि छापेमारी की योजना हाल ही में गिरफ्तार गैंगस्टरों और अपराधियों से पूछताछ के बाद बनाई गई थी।

उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस की लगभग 100 पार्टियों को, जिनमें 1000 से अधिक पुलिसकर्मी शामिल हैं, विदेशों में रहने वाले गैंगस्टरों के संदिग्ध स्थानों और ठिकानों पर छापेमारी करने के लिए तैनात किया गया था।

एडीजीपी अर्पित शुक्ला ने कहा कि पुलिस टीमों ने घरों और अन्य परिसरों की गहन तलाशी ली है और मोबाइल फोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों से डेटा भी एकत्र किया है, जिसे फॉरेंसिक जाँच के लिए भेजा जाएगा। उन्होंने कहा कि आगे की जाँच के लिए कई लोगों को हिरासत में भी लिया गया है और उनके कब्जे से आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई है, जिसकी आगे जाँच की जा रही है।

उन्होंने कहा कि पुलिस टीमों ने शस्त्र लाइसेंस की भी जाँच की है और लोगों से गोला-बारूद के स्रोतों के अलावा विदेश में रहने वाले परिवार के सदस्यों के यात्रा विवरण, विदेश से बैंक लेनदेन और वेस्टर्न यूनियन एवं संपत्ति के विवरण को आगे की जाँच के लिए एकत्र किया है।

डीजीपी ने कहा कि इस अभियान का उद्देश्य असामाजिक तत्वों पर लगातार नजऱ बनाए रखना और कड़ी निगरानी रखना है। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस किसी को भी राज्य की कड़ी मेहनत से स्थापित की गई शांति को भंग करने नहीं देगी और अगर कोई व्यक्ति किसी भी हिंसक गतिविधियों में लिप्त पाया जाता है तो उसके साथ सख़्ती से निपटा जाएगा और आपराधिक मामले तुरंत दर्ज किए जाएंगे।

इस बीच, इस तरह के छापे आम लोगों में सुरक्षा और सुरक्षा की भावना पैदा करने के साथ-साथ असामाजिक तत्वों के बीच भय पैदा करने में भी मदद करते हैं।

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