समालखा के पूर्व विधायक के साथ धोखाधड़ी

Update: 2023-08-11 06:55 GMT

पूर्व विधायक भरत सिंह छौक्कर की जमीन पर फर्जी दस्तावेजों के आधार पर रजिस्ट्री कराकर धोखाधड़ी और कब्जा करने का मामला सामने आया है। पूर्व विधायक ने समालखा की तत्कालीन तहसीलदार सुमनलता समेत 10 लोगों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कराया है। समालखा थाना पुलिस ने इसमें मुकदमा दर्ज कर लिया है। पूर्व विधायक अब समालखा बार एसोसिएशन के प्रधान हैं।

पूर्व विधायक भरत सिंह छौक्कर ने समालखा पुलिस को दी शिकायत में बताया कि वह अपने परिवार के साथ सीताराम कॉलोनी की एक कोठी में 2018 तक रहे। बाद में कोठी अनीता पत्नी कृष्ण को पीजी चलाने के लिए किराये पर दे दी। एक गली दूर संजय, सतीश व सविता का भी करीब एक हजार वर्ग गज में मकान और शोरूम है। वहीं पर उनका भी एक प्लॉट था।

आरोपियों ने मिलीभगत कर उनकी कोठी के सामने खाली प्लॉट पर साइट प्लान बनवा ली और नगर पालिका के कर्मचारियों से मिलकर गलत आईडी बनवा ली। इनके सहारे अनीता ने कोठी पर कब्जा कर लिया। इसे बाद में 32 लाख रुपये देकर खाली कराया। इस बीच संजय और अनीता ने मिलकर उनके खिलाफ एक एफआईआर दर्ज करा दी थी। इसके बाद कोठी के सामने जीटी रोड पर 45 फीट लंबी दीवार तोड़कर रात करीब तीन बजे प्लॉट पर कब्जा करने की कोशिश की लेकिन ट्रैक्टर ईंटों में फंस गया। उनके दो चौकीदारों की वजह से भाग गए और उसके खिलाफ केस दर्ज हो गया।

विधायक का आरोप सामाजिक व मानसिक कष्ट दे रहे

भरत सिंह ने आरोप लगाया कि वह कोठी खाली होने के बाद उसमें रहने लगे लेकिन संजय व अन्य लोग प्लॉट का झगड़ा समाप्त करने के एवज में 106 वर्ग गज जमीन मांग रहे हैं। उन्हें सामाजिक और मानसिक कष्ट दे रहे हैं। आरोपियों ने मिलीभगत से फर्जी दस्तावेज तक तैयार करवाए हैं। उन्होंने अनीता, संजय, सतीश, सविता, सुखदेव और नक्शा नवीस पीपी कपूर व नगर पालिका एवं तहसील के पटवारी विकास, रामनिवास, कानूनगो व तहसीलदार सुमनलता और 2001 के तहसील स्टाफ पर धोखाधड़ी के आरोप लगाए।

पुलिस ने तत्कालीन तहसीलदार सुमनलता और अन्य लोगों पर धोखाधड़ी समेत विभिन्न धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। पुलिस मामले की जांच कर रही है। इसमें जल्द ही आरोपियों को जांच में शामिल किया जाएगा

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