नूरपुरबेदी। क्षेत्र के गांव भैणी में दरिया किनारे रहते 3 प्रवासी मजदूरों की दोपहर के समय आग लगने से झुग्गियां जल कर खाक हो गईं। अचानक घटित हुई इस आगजनी की घटना के समय उक्त उत्तर प्रदेश से संबंधित तीनों परिवारों के सदस्य काम पर गए होने के कारण किसी भी प्रकार का जानी नुक्सान होने से बचाव हो गया। जबकि झुग्गियों में रखा अनाज, नकदी, कपड़े तथा बच्चों की किताबें व बैड समेत अन्य समूचा सामान आग की भेंट चढ़ जाने से उक्त परिवारों का भारी आर्थिक नुक्सान हुआ है। घटना की जानकारी देते हुए पीड़ित परिवार के एक लड़के राजीव कुमार ने बताया कि वह नूरपुरबेदी में सीनियर सैकेंडरी स्कूल में पढ़ता है तथा उक्त पीड़ित 3 व्यक्तियों राजकुमार, लालू तथा रत्न सिंह के परिवार इस गांव में करीब गत 15 सालों से रह रहे हैं। उन्होंने बताया कि दोपहर उस समय आगजनी की घटना घटित हुई जब वे लोग काम पर जबकि बच्चे अपने स्कूलों में गए हुए थे। घर में मौजूद पीड़ित लालू की पत्नी देवकी ने बताया कि सबसे पहले राजकुमार की झुग्गी को आग लगी तथा इससे पहले कि वह कुछ समझ पाती, देखते ही देखते 2 अन्य झुग्गियों को भी आग ने लपेट में ले लिया। इस आगजनी की घटना में रत्न सिंह, राजकुमार व लालू के परिवार का झुग्गियों में रखा सारा सामान जल कर राख हो गया।
इस दौरान राज कुमार द्वारा घर में रखी 15 हजार रुपए की नकदी व मोबाइल जबकि लालू के घर में रखी 8 हजार रुपए की नकदी समेत अनाज, कपड़े, बैंच व बच्चों की किताबें व अन्य सामान जल कर राख हो गया। बताया जा रहा है कि उक्त परिवार खाना बना कर काम पर गए थे। जिस करके शायद चूल्हे की आग से उक्त आगजनी की घटना घटित हुई हो।
झुग्गियों के राख होने से बेघर हुए उक्त परिवारों की मदद के लिए गांववासी आगे आए तथा जिन्होंने उन्हें गांव के कम्युनिटी सैंटर में रहने के लिए लाया गया है। इस दौरान गांववासियों ने उक्त परिवारों को ठंड से बचने के लिए कपड़े तथा खाने के लिए अनाज मुहैया करवाया। गांव की सरपंच अमरजीत कौर, मास्टर मोहन सिंह भैणी, पंच द्रोपदी, संतोख सिंह, पंच सुरजीत, पंच सत्या देवी तथा लाला पंच समेत समूह गांववासियों तथा ग्राम पंचायत ने जिला प्रशासन से मांग की कि उक्त परिवारों की सुध ली जाए तथा उन्हें पुन: आशियाना बनाने के लिए उचित आर्थिक सहयोग प्रदान किया जाए।