विधानसभा के विशेष सत्र को लेकर वित्त मंत्री हरपाल सिंह ने राज्यपाल पर बोला हमला
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चंडीगढ़। आम आदमी पार्टी (आप) ने राज्यपाल द्वारा प्रस्तावित विधानसभा सत्र के दौरान होने वाले विधायी कार्य का विवरण मांगने की कड़ी आलोचना की और कहा कि राज्यपाल कार्यालय पंजाब सरकार के काम में लगातार हस्तक्षेप कर लोगों की चुनी हुई सरकार को स्वतंत्र रूप से काम करने से रोक रहा है। शनिवार को यहां एक संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए वरिष्ठ नेता एयर वित्त मंत्री हरपाल सिंह ने राज्यपाल से सवाल कर पूछा कि वे अपने कार्यालय के रिकॉर्ड की जांच करें और लोगों को बताएं कि अब तक कितने राज्यपालों ने सत्तारूढ़ सरकार से विधानसभा सत्र बुलाने के उद्देश्य के बारे में जानकारी मांगी है। उन्होंने कहा कि पंजाब के राज्यपाल जो कर रहे हैं, आज तक किसी भी राज्य के राज्यपाल ने नहीं किया। राज्यपाल का बार पंजाब सरकार के कामों में हस्तक्षेप करना सपष्ट करता है कि वे भाजपा के इशारे पर काम कर रहे हैं। चीमा ने कहा कि भाजपा गुजरात और हिमाचल प्रदेश में आप पार्टी की बढ़ती लोकप्रियता से घबरा गई है इसीलिए वह किसी भी तरह आप को रोकना चाहती है।
उन्होंने कहा कि "आप सरकार पंजाब के लोगों के कल्याण के लिए ईमानदारी से काम कर रही है। दिल्ली और पंजाब के बाद अब दूसरे राज्यों के लोग भी आप को बदलाव के रूप में रहे हैं। चीमा ने कहा कि महाराष्ट्र, गोवा, अरुणाचल प्रदेश जैसे कई राज्यों में भाजपा ने "ऑपरेशन लोटस" के तहत सत्तारूढ़ विधायकों को खरीदकर सरकारें गिरा दीं। भाजपा के नेता सी.बी.आई. और ई.डी. का डर दिखाकर विपक्ष के विधायकों को धमका रहे हैं, जोकि सरासर लोकतंत्र की हत्या हैं। उन्होंने कहा कि भाजपा के ,ऑपरेशन लोटस, को आप ने पहले दिल्ली में और अब पंजाब में रोक दिया है इसलिए भाजपा पंजाब में आप को रोकने के लिए राज्यपाल कार्यालय का सहारा ले रही है। उन्होंने विपक्ष पर भी हमला बोला और कहा कि कांग्रेस, भाजपा और अकाली दल के पास आप के खिलाफ कोई ठोस मुद्दा नहीं है। इसलिए विरोधी पार्टियों नेता विधानसभा सत्र में बहस करने से भाग रहे हैं। कांग्रेस, अकाली दल और भाजपा पर तंज कसते हुए चीमा ने कहा कि उन्होंने पंजाब को हर तरफ से पीछे कर दिया है। कभी पंजाब देश का नंबर एक राज्य हुआ करता था, आज पंजाब के युवा विदेश की ओर पलायन कर रहे हैं और ड्रग माफिया ने पंजाब का भविष्य बर्बाद कर दिया है।