Punjab,पंजाब: 3 दिसंबर के ‘लुधियाना चलो’ कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए श्रीगंगानगर जिले के किसान संगठनों ने ग्रामीण क्षेत्रों में लामबंदी तेज कर दी है। ‘जहर से मुक्ति’ अभियान के तहत किसान संगठनों को व्यापार मंडल Chamber of Commerce व अन्य सामाजिक संगठनों का समर्थन मिला था। अब श्रीगंगानगर व अबोहर की बार एसोसिएशन ने भी इसका समर्थन करने का निर्णय लिया है। दोनों ने स्थानीय प्रशासन के माध्यम से पंजाब के मुख्यमंत्री को ज्ञापन भेजकर नदी जल प्रदूषण के खतरे को समाप्त करने के लिए निर्णायक कार्रवाई की मांग की है।
बीकेयू नेता रविंदर तारखान व सुखवीर सिंह फौजी ने गंगूवाला व फकीरवाली समेत कई गांवों का दौरा कर किसानों को 3 दिसंबर के कार्यक्रम में भाग लेने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि 3 दिसंबर को सुबह 6 बजे सैकड़ों लोग बसों में सवार होकर अबोहर-श्रीगंगानगर मार्ग पर साधुवाली लिंक चैनल पर पहुंचेंगे। वहां से काफिला लुधियाना में बुड्ढा नाला के पास विरोध प्रदर्शन करने के लिए रवाना होगा।
तारखान ने कहा कि आजादी के 78 साल बाद भी पंजाब और राजस्थान के तीन करोड़ लोगों को स्वच्छ पेयजल मुहैया नहीं हो पाया है और नदियां प्रदूषित हो रही हैं। उन्होंने कहा कि पूरा क्षेत्र सतलुज नदी पर निर्भर है जो कैंसर, काला पीलिया और लाइलाज बीमारियों का केंद्र बनती जा रही है। उन्होंने कहा, "हमारी मांग स्पष्ट है कि सतलुज को प्रदूषित करने वाली औद्योगिक इकाइयों को बंद किया जाना चाहिए।"