Panjab पंजाब। दलित समुदाय के लोगों और पुलिस के बीच हिंसक झड़प के चार दिन बाद भी फरीदकोट जिले के चांदभान गांव में तनाव बरकरार है। 5 फरवरी को जल निकासी विवाद को लेकर शुरू हुए इस टकराव के बाद व्यापक विरोध प्रदर्शन हुए और पुलिस के खिलाफ लोगों में गुस्सा बढ़ गया।
समस्या तब शुरू हुई जब प्रदर्शनकारियों ने विवाद के समाधान की मांग करते हुए बठिंडा-कोटकपुरा रोड को जाम कर दिया। जब पुलिस ने भीड़ को तितर-बितर करने की कोशिश की तो प्रदर्शन हिंसक हो गया। आरोप है कि प्रदर्शनकारियों ने पुलिस अधिकारियों पर पथराव किया, जिससे कई लोग घायल हो गए।
झड़प के बाद पुलिस ने 39 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया और गांव की सरपंच अमनदीप कौर और उनके पति कुलदीप सिंह समेत 91 लोगों के खिलाफ लूट, तोड़फोड़, पुलिस अधिकारियों पर हमला करने और सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने के आरोप में आपराधिक मामले दर्ज किए।
गिरफ्तार किए गए ज्यादातर लोग दलित समुदाय से हैं और आरोप है कि पुलिस ने प्रदर्शनकारियों के घरों में घुसकर उनके परिवार के सदस्यों की पिटाई की और उनके सामान में तोड़फोड़ की। हालांकि पुलिस ने इन आरोपों से इनकार किया है, लेकिन सोशल मीडिया पर एक वीडियो ने विवाद को और बढ़ा दिया है। वीडियो में कथित तौर पर विरोधी गुट के लोग पुलिस की मौजूदगी में हवा में गोलियां चलाते और प्रदर्शनकारियों पर पत्थर फेंकते दिख रहे हैं।
इस वीडियो के सामने आने के बाद कई सामाजिक और दलित संगठनों ने पुलिस पर एक गुट का पक्ष लेने का आरोप लगाया है। बढ़ते दबाव के बाद फरीदकोट पुलिस ने शनिवार को 5 फरवरी को गोली चलाने के आरोप में एक व्यक्ति के खिलाफ मामला दर्ज किया।