शिरोमणि कमेटी के प्रधान का चुनाव आज : कांटे की टक्कर, जोड़-तोड़ जोरों पर

बड़ी खबर

Update: 2022-11-09 17:55 GMT
अमृतसर। शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के चुनावी इतिहास में ऐसा पहली बार होने जा रहा है जब शिरोमणि अकाली दल दो धड़ों में बंट गया है। एक धड़ा हरजिन्द्र सिंह धामी जिन्हें अकाली दल का समर्थन प्राप्त है तो दूसरा धड़ा बीबी जगीर कौर का है, जो आजाद चुनाव लड़ रही हैं। शिरोमणि कमेटी के बुधवार को होने जा रहे चुनाव को लेकर जोड़-तोड़ की सियासत तेज हो चुकी है। वहीं चुनाव से एक दिन पहले अकाली दल प्रमुख सुखबीर बादल अमृतसर पहुंच चुके हैं तथा उनके द्वारा 100 मैंबरों का उनके साथ होने का दावा किया जा रहा है तथा यह भी कहा जा रहा है कि 25 और मैंबर उनके समर्थन में हैं। दूसरी तरफ बीबी जगीर कौर भी अपनी जीत को लेकर पूरी तरह से आश्वस्त नजर आ रही हैं, जिस कारण यह चुनाव कांटे की टक्कर साबित हो रहे हैं। चुनाव में जीत किस धड़े की होती है, यह तो बुधवार दोपहर तक स्पष्ट हो जाएगा लेकिन जिस तरह से दोनों धड़े आमने-सामने हैं ऐसी स्थिति में टकराव की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता। दोनों धड़े कमेटी के सदस्यों को अपने पक्ष में करने के लिए कानूनी और गैर कानूनी हत्थकंडे अपना रहे हैं लेकिन फैसला वोटों के नतीजों पर निर्भर करेगा न कि जयकारों की गूंज पर।
बीबी जागीर कौर को अकाली दल विरोधी पक्षों का समर्थन हासिल है तथा बीबी जगीर कौर के फैसले से पूरी तरह सहमत नजर आ रहे हैं कि शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी कब तक शिरोमणि अकाली दल की जगीर बनी रहेगी। 12 अक्तूबर 1920 को शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी का नींव पत्थर रखा गया था और सुंदर सिंह मजीठिया पहले प्रधान बने थे। अब तक शिरोमणि कमेटी के 44 प्रधान बन चुके हैं, जिनमें बाबा खड़क सिंह, मास्टर तारा सिंह, जगदेव सिंह तलवंडी, कृपाल सिंह बडूंगर, गोङ्क्षबद सिंह लौंगोवाल के अतिरिक्त पंथ रत्न स्व. गुरचरण सिंह टोहड़ा शामिल हैं। बीबी जगीर कौर द्वारा जारी किया चुनाव एजैंडा पहली बार एक नया संदेश लेकर निडर होकर सामने आया है, जो भी चुनाव जीतता है, वह सिर्फ कुछ वोटों के फर्क से होगा क्योंकि पिछले चुनावों में बीबी जगीर कौर को 122 व एडवोकेट हरजिंद्र सिंह धामी को 142 वोटें मिली थीं।
Tags:    

Similar News

-->