पंजाब में सीएम चेहरे के ऐलान के बिना चुनाव में उतरेगी कांग्रेस
पंजाब में कांग्रेस किसे CM का चेहरा बनाएगी? इस सवाल लेकर अभी सस्पेंस बरकरार है।
Punjab Assembly Elections: पंजाब में कांग्रेस किसे CM का चेहरा बनाएगी? इस सवाल लेकर अभी सस्पेंस बरकरार है। इस सवाल पर पार्टी के भीतर खींचतान की बात भी सामने आती रही है। इस बीच बुधवार को पार्टी के पंजाब इंचार्ज हरीश चौधरी ने कहा कि इस बार का पंजाब विधानसभा चुनाव कांग्रेस सामूहिक नेतृत्व में लड़ेगी। हरीश चौधरी के इस बयान से यह लगभग साफ हो गया है कि पार्टी बिना सीएम फेस का ऐलान किये ही पंजाब के चुनावी दंगल में उतरेगी। हरीश चौधरी ने दावा किया है कि इस बार कांग्रेस साल 2017 के विधानसभा चुनाव से भी ज्यादा सीटें जीत कर सत्ता में लौटेगी।
न्यूज एजेंसी 'ANI' से बातचीत में हरीश चौधरी ने कहा, सिद्धू द्वारा उठाए गए सभी मुद्दों को पार्टी काफी गंभीरता से लेती है। पार्टी ने तय किया है कि वो पंजाब चुनाव सामूहिक नेतृत्व में लड़ेगी। इस वक्त, चरणजीत सिंह चन्नी कांग्रेस के मुख्यमंत्री हैं और मुख्यमंत्री के तौर पर वो पूरे पंजाब में चुनाव प्रचार में हिस्सा लेंगे।'
कांग्रेस के पास 3 बड़े चेहरे
हरीश चौधरी ने आगे कहा, 'कांग्रेस के पास तीन प्रमुख चेहरे हैं। इनमें चरणजीत सिंह चन्नी, नवजोत सिंह सिद्धू और सुनील जाखड़ शामिल हैं। 111 दिनों में मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी ने जनता के कल्याण के लिए कई ऐतिहासिक फैसले लिए हैं। इसलिए कांग्रेस इस बार साल 2017 से भी ज्यादा सीटें जीतेगी।'
पार्टी में 'ऑल इज वेल'कई मीडिया रिपोर्ट्स में कहा जा रहा है कि पार्टी के अंदर नवजोत सिंह सिद्धू और मुख्यमंत्री चरणजीत सिंह चन्नी के बीच सबकुछ ठीक नहीं है। हरीश चौधरी ने इसपर भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने कहा कि पार्टी में 'ऑल इज वेल' यानी सबकुछ ठीक है।
AAP पर निशाना
हरीश चौधरी ने आम आदमी पार्टी पर भी निशाना साधा है। भगवंत मान को आप की तरफ से मुख्यमंत्री चेहरा घोषित किये जाने पर हरीश चौधरी ने कहा कि आम आदमी पार्टी ने पहले ही मान लिया है कि उन्हें पंजाब में जनता का सपोर्ट नहीं है। कांग्रेस मांग करती है कि अगर उन्होंने जनता से कोई राय ली है और उनके पास कोई डेटा है तो उसे सार्वजनिक किया जाए। बता दें कि पंजाब में 20 फरवरी को चुनाव होंगे और वोटों की गिनती 10 मार्च को होगी।