पंजाब। कांग्रेस के पूर्व विधायक सुखपाल खैहरा ने सतलुज-यमुना लिंक (एस.वाई.एल.) को लेकर ट्वीट शेयर किया है। उन्होंने कहा पंजाब सरकार ने हरियाणा को एस.वाई.एल. पानी देने से साफ इंकार कर दिया है। बताया जा रहा है रिपेरियन कानून के अनुसार हरियाणा या किसी अन्य राज्य का पंजाब के दरियाओं के पानी पर अधिकार नहीं है। पंजाब सरकार ने कहा कि उनके पास तो पहले ही दरिया के पानी की कमी है और भूजल को चिंताजनक तौर पर खत्म कर रहे 14 लाख ट्यूबवैल खोदे जा चुके हैं। पंजाब सरकार का कहना है इस मुद्दे का हल केंद्र सरकार निकाले। बता दें दोनों राज्यों के मुख्यमंत्री 14 अक्टूबर को बैठक करने जा रहे हैं।
बैठक में हरियाणा के CM मनोहर लाल और पंजाब के CM भगवंत मान ही मौजूद रहेंगे। केंद्र की तरफ से इस बैठक में कोई भी प्रतिनिधि शामिल नहीं होगा। सुप्रीम कोर्ट ने हाल ही में SYL के मुद्दे की सुनवाई की थी। जिसमें केंद्रीय जलशक्ति मंत्रालय को इसका हल निकालने को कहा था। केंद्र ने आरोप लगाया था कि पंजाब के सी.एम. भगवंत मान इस मामले में मीटिंग के लिए समय नहीं दे रहे। इस पर सी.एम. भगवंत मान ने कहा था कि केंद्र इस मामले को सुलझाए। पंजाब और हरियाणा, दोनों को पानी की जरूरत है। सुप्रीम कोर्ट ने पिछली सुनवाई में केंद्रीय जल शक्ति मंत्रालय को कहा कि इस मुद्दे पर एक महीने के भीतर पंजाब और हरियाणा से मीटिंग करें। जिसमें मुद्दे के हल पर विचार करें। इसकी रिपोर्ट तैयार कर सुप्रीम कोर्ट में सौंपे। इसकी अगली सुनवाई 19 जनवरी 2023 को होगी।