पंजाब: कांग्रेस विधायक दल के नेता प्रताप सिंह बाजवा ने मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पंजाब को नशा मुक्त करने के लिए 1 और साल मांगने की आलोचना की है। बाजवा ने कहा कि डेढ़ साल बीतने के बाद मुख्यमंत्री ‘चिट्टा’ (सिंथेटिक ड्रग) के खिलाफ खाका तैयार करने का दावा कर रहे हैं।
मुख्यमंत्री अगले एक वर्ष में पंजाब को नशा मुक्त करने का दावा कर रहे है। जिससे स्पष्ट हैं कि मुख्यमंत्री के पास ड्रग्स से निपटने का कोई ब्लू प्रिंट है ही नहीं। बाजवा ने कहा कि यह हास्यास्पद है कि एक तरफ ड्रग्स की वजह से लोगों की जान जा रही है और दूसरी तरफ वह कह रहे हैं कि उन्होंने इससे निपटने का खाका तैयार कर लिया है। वो भी तब जब उनके आका अरविंद केजरीवाल चार माह में पंजाब को ड्रग्स मुक्त करने का दावा कर रहे थे।
बाजवा ने कहा, ड्रग्स को लेकर आम आदमी पार्टी के दावे खोखले है। क्योंकि विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल ने सरकार बनने के बाद चार महीने के भीतर पंजाब को नशा खत्म करने की गारंटी देते नहीं थक रहे थे।
यह वैसी ही गारंटी थी जैसे केजरीवाल कह रहे थे कि रेत-बजरी से 20,000 करोड़ रुपये इकट्ठा करेंगे और 40,000 करोड़ रुपये सरकारी टेंडरों में भ्रष्टाचार को खत्म करके। बाजवा ने कहा, न तो रेत बजरी से 20,000 करोड़ रुपये का राजस्व आया और न ही 40,0000 करोड़ रुपये टेंडरों से बचे। उलटा अब मुख्यमंत्री 18 महीने बाद महीने बाद चिट्टा के खिलाफ केवल एक खाका तैयार कर पाए हैं।
विपक्ष के नेता ने कहा कि मुख्यमंत्री के इस बयान से साबित हो गया है कि आप ने वोट पाने के लिए बड़े-बड़े दावों और झूठे वादों से पंजाबियों को बेवकूफ बनाया है। दरअसल उनका पंजाब की भलाई के लिए काम करने का कोई इरादा नहीं था।
केजरीवाल चार महीने में नशा मुक्त करने का कर रहे थे दावा
बाजवा ने कहा कि केजरीवाल चार महीने के भीतर पंजाब को नशा मुक्त करने का दावा करके अपनी छाती पीट रहे थे। उन्होंने खुद को झूठी गारंटी देने से पहले कोई खाका क्यों नहीं तैयार किया।
बाजवा ने कहा कि पंजाब में 66.70 लाख से अधिक नशीली दवाओं का प्रयोग करने वाले हैं, जिनमें से 21.36 लाख विभिन्न प्रकार के ओपिओइड का सेवन करते हैं। स्थिति चिंताजनक थी क्योंकि पंजाब में 10-17 वर्ष की आयु वर्ग के 6.97 लाख बच्चे नशे के आदी थे।
पंजाब के लोग इस धोखे को कभी नहीं भूलेंगे
हालाँकि, आप सरकार इस समस्या को रोकने के प्रति गंभीर नहीं थी। बाजवा ने कहा कि पंजाब के लोग इस धोखे को कभी नहीं भूलेंगे। उन्होंने कहा कि वह अगले संसदीय चुनाव में आम आदमी पार्टी को सबक सिखाएंगे, यह स्पष्ट है कि वे उन्हें दोबारा जिला मुख्यालय से नहीं, बल्कि जिला संगरूर के सतौज स्थित अपने घर पर राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए देखेंगे।