पाटियाला : पंजाब कांग्रेस के पूर्व प्रधान नवजोत सिद्धू मौन हो गए हैं। उन्होंने शारदीय नवरात्र शुरू होते ही मौन धारण कर लिया है। अब वे पांच अक्तूबर को दशहरे पर बोलेंगे और लोगों से मिलेंगे। यह जानकारी उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू ने ट्वीट कर दी। नवजोत सिद्धू रोडरेज मामले में पटियाला जेल में बंद हैं। 27 दिसंबर 1988 की शाम सिद्धू अपने दोस्त रुपिंदर सिंह संधू के साथ पटियाला के शेरवाले गेट की मार्केट में पहुंचे थे। मार्केट में पार्किंग को लेकर उनकी 65 साल के बुजुर्ग गुरनाम सिंह से कहासुनी हो गई। बात हाथापाई तक जा पहुंची।
इस दौरान सिद्धू ने गुरनाम सिंह को मुक्का मार दिया। पीड़ित को अस्पताल ले जाया गया, जहां उनकी मौत हो गई।सुप्रीम कोर्ट के सजा सुनाने के बाद सिद्धू ने 20 मई को पटियाला की अदालत में आत्मसमर्पण किया था। तब से वह पटियाला जेल की बैरक नंबर 10 में बंद हैं।सिद्धू को जेल में स्पेशल डाइट दी जाती है। उनके आहार में कम वसा वाली और ज्यादा फाइबर वाली चीजों को शामिल करने की सिफारिश की गई थी। डॉक्टरों ने सिद्धू के डाइट प्लान में गेहूं के आटे से बनी रोटी की जगह बाजरे की रोटी, सब्जियों का सूप, सलाद में खीरा व चुकंदर और साथ में घिया का जूस शामिल किया था। डॉक्टरों के मुताबिक वजन घटाने को उनके लिए जरूरी होगा कि वह गेहूं के आटे से बनी रोटी का सेवन न करें। सिद्धू की डाइट से कार्बोहाइड्रेट वाली खाने की चीजों को पूरी तरह से हटाने की सिफारिश की गई है।