कांग्रेस नेता अलका लांबा पर CM केजरीवाल के खिलाफ 'भड़काऊ बयान' देने का आरोप, रूपनगर थाने में हुईं पेश
कांग्रेस नेता अलका लांबा (Alka Lamba) आज बुधवार को पार्टी के अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ पंजाब के रूपनगर जिले (Roopnagar District) की पुलिस के समक्ष पेश हुईं
कांग्रेस नेता अलका लांबा (Alka Lamba) आज बुधवार को पार्टी के अपने प्रतिनिधिमंडल के साथ पंजाब के रूपनगर जिले (Roopnagar District) की पुलिस के समक्ष पेश हुईं. इस दौरान अलका लांबा ने कहा, "मैं अपने बयान पर कायम हूं." कांग्रेस नेता पर आम आदमी पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल (CM Arvind Kejriwal) के विरुद्ध 'भड़काऊ बयान' देने का मामला दर्ज है.
अलका लांबा को पंजाब में विधनसभा चुनाव से पहले इस साल फरवरी में आम आदमी पार्टी के नेता अरविंद केजरीवाल के खिलाफ कथित रूप से झूठे बयान देने के आरोप में नोटिस जारी किया गया था. इसी संबंध में वह आज पुलिस के समक्ष पेश हुईं. मुलाकात के दौरान कांग्रेस नेता ने फिर से दोहराते हुए कहा, "मैं अपने बयान पर कायम हूं."
पंजाब पुलिस के समक्ष पेश हुईं अलका लांबा
पंजाब कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी साथ रहे मौजूद
इससे पहले पंजाब कांग्रेस के नए प्रदेश अध्यक्ष अमरिंदर सिंह राजा वडिंग ने मंगलवार को जानकारी देते हुए बताया कि वह और प्रताप सिंह बाजवा समेत पार्टी के कई अन्य नेता अलका लांबा के साथ थाने जाएंगे.
पंजाब पुलिस दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के विरुद्ध 'भड़काऊ बयान' को लेकर दर्ज मामले के संबंध में पिछले हफ्ते 20 अप्रैल को अलका लांबा और आम आदमी पार्टी के पूर्व नेता कुमार विश्वास के घर गई थी. कुमार विश्वास के विरुद्ध रूपनगर के सदर थाने में 12 अप्रैल को मामला दर्ज हुआ था.
अलका लांबा पर विश्वास के बयान का समर्थन करने का आरोप
कुमार विश्वास ने सीएम अरविंद केजरीवाल पर अलगाववादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था. इस पर पंजाब पुलिस ने कहा था कि इस मामले में पूछताछ के लिए अलका लांबा को तलब किया गया है क्योंकि उन्होंने केजरीवाल के विरुद्ध विश्वास के बयान का समर्थन किया
दूसरी ओर आम आदमी पार्टी (AAP) के पूर्व नेता कुमार विश्वास ने कल मंगलवार को पंजाब और हरियाणा हाई कोर्ट का रुख किया और मुख्यमंत्री केजरीवाल के खिलाफ 'भड़काऊ बयानों' को लेकर पंजाब में उनके खिलाफ दर्ज एफआईआर को रद्द करने का अनुरोध किया है. उन्होंने अपनी याचिका में कहा कि रूपनगर पुलिस द्वारा उनके खिलाफ दर्ज मामला 'कानून की प्रक्रिया का सरासर दुरुपयोग और राजनीति से प्रेरित है.'
प्राथमिकी दर्ज करना बिल्कुल अवैध और मनमानाः विश्वास
कुमार विश्वास ने अपने वकीलों मयंक अग्रवाल और हिमांशु गुप्ता के जरिए दाखिल अपनी याचिका में कहा कि जिस तरह से जांच एजेंसी आगे बढ़ रही है, उससे स्पष्ट है कि वह ऐसी प्रक्रिया अपनाकर याचिकाकर्ता की स्वतंत्रता को कम करने की कोशिश कर रही है, जिसका कानून से कोई लेना देना नहीं है. याचिका में यह भी कहा गया, 'विश्वास के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करना बिल्कुल अवैध, मनमाना और अनुचित है.'
पंजाब में रूपनगर जिले की सदर थाने में 12 अप्रैल को विश्वास के खिलाफ मामला दर्ज किया गया था. विश्वास ने राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले केजरीवाल पर अलगाववादियों का समर्थन करने का आरोप लगाया था. पंजाब पुलिस 20 अप्रैल को गाजियाबाद स्थित कुमार विश्वास के घर पहुंची थी और उन्हें पूछताछ के लिए तलब किया था.