सीएम मनोहर लाल ने कहा एनआईसीडीसी से प्रदेश में औद्योगीकरण और लॉजिस्टिक्स में मिलेगी मदद
चंडीगढ़। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को राष्ट्रीय औद्योगिक कॉरिडोर और कार्यान्वयन ट्रस्ट (एनआईसीडीआईटी) की मॉनिटरिंग अथॉरिटी की दूसरी बैठक की अध्यक्षता की। हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल चंडीगढ़ से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से इस मीटिग में जुड़े। बैठक में केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल, नीति आयोग के वाइस चेयरमैन सुमन बेरी सहित विभिन्न राज्यों के मुख्यमंत्रियों और उद्योग मंत्रियों ने वीडियो कांफ्रेंसिंग से भाग लिया। हरियाणा के कृषि एवं किसान कल्याण मंत्री जे पी दलाल भी इस अवसर पर उपस्थित रहे।
बैठक में सीएम मनोहर लाल ने राज्य की दो बड़ी परियोजनाओं की प्रगति रिपोर्ट साझा करते हुए कहा कि नांगल चौधरी में 886 एकड़ भूमि पर इंटीग्रेटेड मल्टी-मॉडल लॉजिस्टिक्स हब बनाया जाना है। इससे संबंधित सड़क, पानी और बिजली से संबंधित कार्य शुरू हो गया है और जून तक पूरा होने की उम्मीद है। इसके अलावा, इंटर्नल रेल यार्ड इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए भी जल्द ही ईपीसी टेंडर जारी कर दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री ने बताया कि अमृतसर-कोलकाता औद्योगिक कॉरिडोर (एकेआईसी) के साथ एकीकृत विनिर्माण क्लस्टर (आईएमसी) परियोजना के तहत हिसार में 1605 एकड़ भूमि पर आईएमसी विकसित किया जाना है। इसके सीएलयू के लिए सैद्धांतिक स्वीकृति दी जा चुकी है। पर्यावरण क्लीयरेंस की प्रक्रियाओं को भी जल्द पूरा कर लिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि ये परियोजनाएं हरियाणा राज्य के लिए बेहद महत्वाकांक्षी हैं और इन पर तेज गति से कार्य किया जा रहा है। इन परियोजनाओं के पूरा होने से उद्योगों को काफी फायदा मिलेगा। इतना ही नहीं, यह परियोजनाएं विनिर्माण और औद्योगिक गतिविधियों में निवेश बढ़ाने में भी सक्षम होंगी। मनोहर लाल ने कहा कि कलानौर, यमुनानगर में इनलैंड कंटेनर डिपो के लिए राज्य सरकार जल्द ही डीपीआर केंद्र को भेजेगी ताकि इस परियोजना पर भी काम शुरू हो सके।