सीएम ने मुख्य सचिव को सौंपी कमान, हरियाणा में 29 हजार से अधिक पशु संक्रमित
पशुपालन विभाग की लचर कार्यप्रणाली पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नाराजगी जाहिर की है। सप्ताह पहले गॉट पाक्स की तीन लाख खुराक आने के बावजूद पशुओं का टीकाकरण नहीं होने पर अफसरों की खिंचाई की। ठोस एक्शन प्लान तैयार नहीं करने किए जाने पर अब पूरे मामले की कमान मुख्य सचिव संजीव कौशल को सौंपी है।
हरियाणा में लंपी बीमारी के मामले लगातार बढ़ रहे हैं। शुक्रवार को प्रदेश में इस बीमारी से ग्रस्त पशुओं का आंकड़ा 29 हजार को पार कर गया, जबकि 176 गायों की मौत हो चुकी है। इसके अलावा, संक्रमित भैंसों की संख्या भी बढ़कर 64 हो गई है, अभी तक किसी भी भैंस की मौत नहीं हुई है।
पशुपालन विभाग की रिपोर्ट के अनुसार, अभी तक 24 हजार से अधिक गाय संक्रमित हुई हैं। राहत की बात ये है कि ठीक होने वाले पशुओं की संख्या भी 15 हजार के पार है। प्रदेश के कुल 669 गोशालाओं में से 224 गोशालाओं के गोवंश में इस बीमारी के लक्षण मिले हैं। मौत के आंकड़ों की बात करें तो 176 में से 57 गायों की मौत गोशालाओं में हुई है, जबकि 119 बाहरी गायें हैं।
पशुपालन विभाग पर सीएम मनोहर लाल ने जताई नाराजगी
पशुपालन विभाग की लचर कार्यप्रणाली पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने नाराजगी जाहिर की है। सप्ताह पहले गॉट पाक्स की तीन लाख खुराक आने के बावजूद पशुओं का टीकाकरण नहीं होने पर अफसरों की खिंचाई की। ठोस एक्शन प्लान तैयार नहीं करने किए जाने पर अब पूरे मामले की कमान मुख्य सचिव संजीव कौशल को सौंपी है।
मुख्यमंत्री शुक्रवार को समीक्षा बैठक में पहुंचे थे। उन्होंने लंपी की रोकथाम के लिए मिशन मोड में काम करने के आदेश दिए हैं। कहा, कोरोना महामारी की तरह लंपी की रोकथाम के लिए सभी विभागों को मिलकर काम करना होगा। पशुपालन विभाग को रणनीति के तहत काम करना होगा। दिन-रात जुटना पड़ेगा।
टीकाकरण अभियान में तेजी लानी होगी। मुख्य सचिव को आदेश दिए कि जितनी वैक्सीन उपलब्ध है, उससे तत्काल पशुओं का टीकाकरण किया जाए। बाजार में जितनी वैक्शीन उपलब्ध है उसे खरीदा जाए। बैठक में मुख्य सचिव संजीव कौशल, प्रधान सचिव वी. उमाशंकर व पशुपालन एवं डेयरी विभाग के अफसर मौजूद रहे। पशुपालन मंत्री जयप्रकाश दलाल भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग से बैठक में जुड़े।
हर रोज अपडेट हो डाटा
मुख्यमंत्री ने पशुपालन विभाग को माइक्रो लेवल पर मॉनिटरिंग करने का निर्देश दिया है। कहा, लंपी से प्रभावित पशुओं का डाटा हर रोज अपडेट होना चाहिए। जिन पशुओं की मौत हो रही है उसका आंकड़ा भी तत्काल अपडेट होना चाहिए। गोशालाओं में नजर रखी जाए। लंपी से प्रभावित पशुओं को अलग रखा जाए। इस कार्य में कोई समस्या है तो जिला उपायुक्त से तत्काल मदद ली जाए। पशुओं की आवाजाही एक प्रदेश से दूसरे प्रदेश में बंद की जाए। लंपी से मरने वाले पशुओं को जिला प्रशासन गहरा गड्ढा खोदकर सही तरीके से दफनवाए।
मुख्य सचिव लेंगे बैठक, तय होगा एक्शन प्लान
लंपी को लेकर मुख्य सचिव संजीव कौशल शनिवार सुबह सभी जिला उपायुक्तों, पुलिस अधीक्षकों, पशुपालन विभाग के सभी अधिकारियों की बैठक लेंगे। एक्शन प्लान तैयार होगा और तमाम जिलों को लक्ष्य दिए जाएंगे। जिलावार लंपी की जमीनी हकीकत जानी जाएगी और इसके बाद टीकाकरण को प्राथमिकता के आधार पर लगाया जाएगा। साथ ही सभी एसपी को निर्देश दिए जाएंगे की पड़ोसी राज्यों से पशुओं की आवाजाही को रोका जाए।