पटियाला। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि जालंधर के वोटरों ने राज्य सरकार की विकास प्रमुख नीतियों के हक में जनादेश देकर रिवायती पार्टियों की नकारात्मक और नफऱती राजनीति के प्रोपगंडा को नकार दिया।
यहाँ नया बना बस अड्डा लोगों को समर्पित करने के बाद में जनसभा को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि जालंधर संसदीय हलके के वोटरों ने स्कूल ऑफ एमिनेंस, आम आदमी क्लीनिकों, बेमिसाल विकास एवं लोगों के कल्याण के हक में वोटें डाली हैं। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी ने विकास के नाम पर वोटें माँगी थीं, जबकि विरोधियों ने जाति और धर्म के नाम पर वोटें माँगी। भगवंत मान ने कहा कि जालंधर के लोगों ने राज्य सरकार के हक में बड़ा जनादेश देकर विरोधियों को चुप करवा दिया है। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस जीत ने उनको और ज़्यादा समर्पण और वचनबद्धता से लोगों की सेवा करने की भावना से भर दिया है। उन्होंने कहा कि अभी तक नए चुने हुए संसद मैंबर ने कसम भी नहीं उठाई परन्तु हमारी सरकार ने जालंधर के व्यापक विकास के लिए नक्शा पहले ही तैयार कर लिया है। भगवंत मान ने कहा कि वह लोगों के साथ किए वायदों की पूर्ति के लिए कल जालंधर का दौरा करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन रिवायती पार्टियों के जि़द्दी नेता पिछले कई दशकों से सत्ता में रहने के कारण अहंकारी हो गए थे। उन्होंने कहा कि यह नेता पिछले कई सालों से लोगों को गुमराह कर रहे थे, परन्तु अब लोगों ने उनको सबक सिखाया है। भगवंत मान ने कहा कि इन नेताओं ने राजनीति में हरेक नैतिकता को नकार दिया और अपने निजी स्वार्थों के लिए बहुत ज़्यादा गिर गए।
मुख्यमंत्री ने टिप्पणी की कि ऐसे लोक महत्व वाले समारोह पिछली सरकारों के दौरान काफ़ी मुश्किल से होते थे। उन्होंने कहा कि अब नए युग की शुरुआत हुई है और सरकार द्वारा ऐसे प्रोजैक्ट लगातार लोगों को समर्पित किए जा रहे हैं। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार पंजाब में ऐसे प्रोजैक्ट लोगों को समर्पित कर सुविधाएं देने में कोई कसर बाकी नहीं छोड़ेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब फिर से नंबर एक बनने के रास्ते पर है, क्योंकि लोगों द्वारा चुनी हुई सरकार रोज़ नए प्रोजैक्ट लोगों को समर्पित कर रही है। उन्होंने कहा कि यह पहली दफ़ा है कि जब नीतियाँ लोगों के साथ व्यापक विचार-विमर्श कर बनाई जा रही हैं। भगवंत मान ने कहा कि यह काफ़ी गर्व और संतुष्टी वाली बात है कि फाजि़ल्का जि़ले के किसानों ने पहली बार कपास की फ़सल नहरी पानी से बीजी है। मुख्यमंत्री ने कहा कि बिजली बचाने के लिए एक और बड़ी पहल करते हुए राज्य सरकार ने पंजाब में धान की बिजाई चरणबद्ध ढंग से करने का फ़ैसला किया है। उन्होंने कहा कि धान की बिजाई 10 जून से शुरू होगी और राज्य भर में 10 जून के अलावा 16, 19 और 21 जून को धान की बिजाई की इजाज़त होगी। भगवंत मान ने कहा कि इस काम को प्रभावशाली ढंग से पूरा करने के लिए बिजाई के लिए पंजाब को चार ज़ोनों में बाँटा गया है।
अधिक जानकारी देते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि विखंडित ढंग से धान की बिजाई होने के कारण सिंचाई की सुविधाओं को सुचारू बनाने में मदद मिलेगी। पहले पड़ाव में अंतरराष्ट्रीय सरहद के नज़दीक तार से पार 10 जून से धान की फ़सल लगाई जाएगी, जिसके लिए किसानों को बाकायदा बिजली सप्लाई यकीनी बनाई जायेगी। उन्होंने कहा कि दूसरे पड़ाव में सात जि़लों, फिऱोज़पुर, फरीदकोट, पठानकोट, श्री फतेहगढ़ साहिब, गुरदासपुर, शहीद भगत सिंह नगर और तरन तारन में 16 जून से निर्विघ्न बिजली सप्लाई यकीनी बनाई जायेगी। भगवंत मान ने कहा कि तीसरे पड़ाव में रूपनगर, एस.ए.एस. नगर, कपूरथला, लुधियाना, फाजि़ल्का, बठिंडा और अमृतसर समेत सात जि़लों में 19 जून से धान की बिजाई तीसरे दौर में होगी, जबकि बाकी बचते 9 जि़ले पटियाला, जालंधर, मोगा, श्री मुक्तसर साहिब, होशियारपुर, संगरूर, मालेरकोटला, बरनाला और मानसा में 21 जून से धान की बिजाई होगी।
पूर्व मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिन्दर सिंह पर तीखा हमला करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि कैप्टन अपने कार्यकाल के दौरान कभी भी अपने पैतृक शहर में नहीं आए। भगवंत मान ने कहा कि वह कार्यभार संभालने के बाद इस शाही शहर में महाराजा पटियाला के समूचे कार्यकाल में लगाए गए दौरों की अपेक्षा अधिक बार आए हैं। उन्होंने कहा कि इसी बदलाव के लिए लोगों ने विकास-समर्थकीय सरकार को चुना था।
मुख्यमंत्री ने कहा कि रिवायती पार्टियाँ उनके साथ इस बात से बैर रखती हैं क्योंकि वह आम परिवार से सम्बन्धित हैं। भगवंत मान ने कहा कि यह नेता समझते थे कि उनको पंजाब में राज करने का दैवी अधिकार है, इस कारण ही उनको यह बात हज़म नहीं हो रही कि एक आम आदमी पंजाब का कामकाज प्रभावशाली तरीके से चला रहा है। उन्होंने कहा कि इन नेताओं ने लंबे समय से लोगों को मूर्ख बनाया परन्तु अब लोग गुमराह करने वाले प्रचार को अच्छी तरह से समझते हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा कि लोगों ने रिवायती पार्टियों के नकारात्मक प्रचार को सिरे से नकार दिया। उन्होंने कहा कि इन सभी पार्टियों ने राज्य की लोक-समर्थकीय सरकार के विरुद्ध हाथ मिला लिया, परन्तु लोगों ने उनको सबक सिखा दिया है। भगवंत मान ने कहा कि राज्य सरकार लोगों के कल्याण के लिए वचनबद्ध है और फंडों की कोई कमी नहीं है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब में सरकारी दफ्तरों के समय में बदलाव के फ़ैसले की विश्व भर में सराहना हो रही है। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार इस कदम से रोज़ाना की 350 मेगावॉट बिजली बचाने के योग्य हुई है और अपनी तरह के इस अलग कदम के अंतर्गत 50 करोड़ रुपए बचेंगे। भगवंत मान ने यह भी बताया कि इस फ़ैसले से यातायात को सुचारू तरीके से चलाने में मदद मिली है और एक सर्वेक्षण में पता चला कि इससे मोहाली की एक एयरपोर्ट रोड पर रोज़ाना का सात हज़ार लीटर तेल का उपभोग घटा है।
मुख्यमंत्री ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि वह केवल राज्य के लोगों प्रति जवाबदेह हैं न कि उन लोगों के जिनके पुरखों ने जलियांवाला बाग़ के कांड के बाद जनरल डायर को सम्मानित किया था। उन्होंने कहा कि जो नेता ड्रग माफिया की सरपरस्ती करते रहे हैं और इस समय अपने गुनाहों के लिए ज़मानत पर हैं, उनको कोई भी सवाल पूछने का नैतिक हक नहीं। भगवंत मान ने कहा कि इन तथाकथित कॉन्वेंट स्कूलों के पढ़े-लिखे नेताओं को किसी के साथ बात करने का सलीका भी नहीं है, जिस कारण वह अपने राजनैतिक विरोधियों के विरुद्ध गलत भाषा का प्रयोग करते हैं, जोकि अनुचित और ग़ैर-वाजिब है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इन लोगों ने पंजाब निवासियों को भुला दिया था और राज्य एवं इसके लोगों के विरुद्ध कदम उठाए, जिस कारण इनको लोगों ने बुरी तरह से नकार दिया। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा जल्द ही प्राथमिक कल्याण योजनाओं का लाभ घर-घर तक पहुँचाने का कार्य शुरू किया जायेगा, जिससे लोगों को इस का भरपूर लाभ मिल सके। भगवंत मान ने कहा कि उनको राज्य के लोगों के कल्याण के लिए काम करने से कोई नहीं रोक सकता और वह इसी तरह उनके कल्याण के लिए काम करते रहेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि पंजाब सरकार ने राज्य में उद्योग के लिए विशेष तौर पर हरे रंग का स्टैंप पेपर लागू करने का फ़ैसला अमल में लाया और इस नेक प्रयास से राज्य में और अधिक निवेश आकर्षित होगा, जिससे नौजवानों के लिए रोजग़ार के नए अवसर पैदा होंगे और राज्य के लोगों को सुविधा मिलेगी। उन्होंने समाज के हर वर्ग के कल्याण को सुनिश्चित बनाने के लिए राज्य सरकार की दृढ़ वचनबद्धता को दोहराते हुए कहा कि उनकी सरकार का हर फ़ैसला इसी उद्देश्य को समर्पित होगा। भगवंत मान ने कहा कि वह दिन दूर नहीं, जब अन्य राज्य भी पंजाब सरकार के इस उद्योग समर्थकीय पहल को लागू करेंगे।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक साल पहले राज्य के लोगों ने उनको इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ई.वी.एम.) का बटन दबाकर सत्ता में लाया था। भगवंत मान ने कहा कि आज एक साल के अंदर वह राज्य के लोगों को नए प्रोजैक्ट समर्पित करने के लिए रोज़ाना के चार-पाँच बटन दबा रहे हैं। उन्होंने कहा कि वह दिन दूर नहीं जब राज्य सरकार के अथक यत्नों के स्वरूप पंजाब, देश का अग्रणी राज्य बनकर उभरेगा।
मुख्यमंत्री ने कहा कि एक बड़ी लोक समर्थकीय पहल के तौर पर राज्य सरकार ने ‘सरकार आपके द्वार’ प्रोग्राम की शुरुआत की है, जिसमें यह कहा गया है कि अधिकारी ख़ासकर डिप्टी कमिश्नर और अतिरिक्त डिप्टी कमिश्नर अधिक से अधिक अपने क्षेत्रीय दौरे ख़ासकर गाँवों के दौरे करके लोगों की दुख-तकलीफ़ें सुनकर हल करवाएं। उन्होंने कहा कि यह समय की मुख्य ज़रूरत है कि लोगों को उनके रोज़ाना के कामकाज को आसानी से करवाने के साथ-साथ उनके लिए बढिय़ा प्रशासन यकीनी बनाया जा सके। भगवंत मान ने कहा कि इससे अधिकारियों को ज़मीनी हकीकतों से अवगत होने के साथ-साथ दफ़्तरों के कामकाज को बेहतर बनाने में मदद मिलेगी।
मुख्यमंत्री ने कहा कि इसी प्रोग्राम के अंतर्गत पहले लुधियाना में मंत्री मंडल की मीटिंग हुई थी और अब कल जालंधर में मंत्री मंडल की मीटिंग होगी। उन्होंने कहा कि इसका मकसद यह यकीनी बनाना है कि सरकारी स्कीमों का लाभ घर-घर तक पहुँच सके। भगवंत मान ने कहा कि सरकार राज्य के विकास और यहाँ के लोगों की खुशहाली को बढ़ावा देने के लिए कोई कसर बाकी नहीं छोड़ रही।
मुख्यमंत्री ने कहा कि नया बना बस स्टैंड लिफ़्टों समेत अति-आधुनिक सुविधाओं से लैस है। उन्होंने बताया कि 61 करोड़ रुपए की लागत से बने इस बस स्टैंड में लोगों की सुविधा के लिए 45 काउन्टर हैं और मौजूदा बस स्टैंड को सिटी बस स्टैंड के तौर पर इस्तेमाल किया जायेगा, जहाँ से शहर के अलग-अलग हिस्सों के लिए इलैक्ट्रिकल शटल बस सेवा शुरू की जायेगी।
भगवंत मान ने कहा कि पटियाला बस स्टैंड की तजऱ् पर राज्य भर में ऐसे और बस स्टैंड बनाऐ जाएंगे।
इस मौके पर कैबिनेट मंत्री चेतन सिंह जौड़ामाजरा, लालजीत सिंह भुल्लर और डॉ. बलबीर सिंह समेत अन्य भी उपस्थित थे।