लुधियाना। आज के दौर में महिलाएं किसी भी क्षेत्र में पुरुषों से पीछे नहीं हैं। चाहे राजनीतिक हो, व्यवसायिक हो, समाज सेवा हो या कोई अन्य क्षेत्र, महिलाओं ने हर क्षेत्र में कदम रखा है। महिला सशक्तिकरण को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। जिला अदालत की बात करें तो यहां महिला वकीलों की संख्या अभी भी कम है। जानकारी के अनुसार जिला बार में कुल 3 हजार वकील हैं इनमें महिलाओं की संख्या महज 500 है। इस संबंधी बात करते हुए एक महिला अधिवक्ता ने कहा कि आज की महिलाएं पुरुषों से पीछे नहीं हैं। उन्होंने कहा कि जिला अदालतों में महिला वकीलों की संख्या कम है परंतु यह सदा के लिए नहीं रहेगी। महिला वकील भी अपनी विशेषज्ञता से पेशे में अपना नाम बना रही हैं जिससे लड़िकयों का रूझान वकालत की ओर बढ़ रहा है। उन्होंने कहा कि जहां महिला जजों की संख्या बढ़ रही है वहीं महिला वकीलों की संख्या भी बढ़ रही है। उन्होंने सुझाव दिया कि विवाहित महिलाओं के लिए अलग बार रूम, क्रेच जैसी सुविधाएं उपलब्ध कराने की आवश्यकता है।