पराली जलाने को लेकर दर्ज किए जा रहे केस, किसानों ने DC दफ्तर के आगे निकाला गुस्सा
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बठिंडा। पंजाब सरकार व जिला प्रशासन की ओर से धान की पराली का उचित निपटारा न करके किसानों पर कार्रवाई करने के विरोध में किसानों ने डिप्टी कमिश्नर दफ्तर के सामने पराली के ढेर लगाकर गुस्सा निकाला। किसानों ने किरती किसान यूनियन के नेतृत्व में पंजाब सरकार व जिला प्रशासन के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। गौरतलब है कि किसान संगठन की ओर से जिला प्रशासन को पराली के मसले संबंधी एक चेतावनी पत्र सौंपा जाना था लेकिन कोई भी अधिकारी उक्त पत्र लेने के लिए नहीं पहुंचा जिस कारण किसानों का गुस्सा भड़क गया तथा किसानों ने उक्त पत्र को मिनी सचिवालय के गेट पर ही लगा दिया। इस अवसर पर यूनियन के जिला अध्यक्ष अमरजीत सिंह हनी व सचिव स्वर्ण सिंह पूहली ने कहा कि पराली के उचित समाधान के लिए किसानों की मदद करना सरकार का फर्ज है लेकिन सरकार किसानों की मदद करने के बजाय उनके खिलाफ पुलिस केस दर्ज करने व उनकी जमीन के रिकार्ड में लाल लकीर लगाने की धमकियां दे रही है जिसे सहन नहीं किया जाएगा। धान की पराली के निपटारे के लिए किसानों को विशेष मुआवजा दिया जाए ताकि किसान अपने स्तर पर पराली का समाधान कर सकें। अगर सरकार ने किसानों की मदद न की तो किसान पराली को आग के हवाले करने हेतु मजबूर हो जाएंगे। उन्होंने चेतावनी दी कि अगर सरकार ने पराली जलाने वाले किसानों पर पुलिस या अन्य कोई कार्रवाई की तो इसका कड़ा विरोध किया जाएगा। इस अवसर पर किसान नेता भोला सिंह, कुलदीप सिंह जोगानंद, जसवंत सिंह पूहली, बलतेज सिंह, बख्शीश सिंह खालसा, बूटा सिंह, गुरचरन सिंह, नत्था सिंह, तेजा सिंह, मिट्ठू सिंह, दारा सिंह, बंत खालसा, सुखमंदर सिंह सराभा, पप्पू सिंह भाइका, बावा सिंह, बिक्रम सिंह, राज सिंह, राजवीर सिंह, कर्म सिंह, दर्शन सिंह, सुखदेव सिंह आदि उपस्थित थे।