सुखपाल सिंह खैरा को बड़ी राहत, मनी लॉन्ड्रिंग केस में हाईकोर्ट से मिली जमानत
मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) में फंसे कांग्रेस (Congress) नेता और भोलाथ सीट से पार्टी उम्मीदवार सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira) को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab and Haryana High Court) से नियमित जमानत मिल गई है.
मनी लॉन्ड्रिंग केस (Money Laundering Case) में फंसे कांग्रेस (Congress) नेता और भोलाथ सीट से पार्टी उम्मीदवार सुखपाल सिंह खैरा (Sukhpal Singh Khaira) को पंजाब और हरियाणा हाईकोर्ट (Punjab and Haryana High Court) से नियमित जमानत मिल गई है. जस्टिस सुरेश्वर ठाकुर की बेंच ने इस मामले की सुनवाई करते हुए सुखपाल सिंह खैरा को कुछ शर्तों के साथ नियमित जमानत दे दी है. बता दें कि इससे पहले मोहाली कोर्ट ने खैरा को रिटर्निंग ऑफिसर के सामने पेश होकर नॉमिनेशन भरने की छूट दी थी. खैरा इस समय पटियाला जेल में बंद हैं और जल्द ही हाईकोर्ट का आदेश जेल अथॉरिटी को मिलने के बाद उन्हें रिहा कर दिया जाएगा.
बता दें कि आज सुबह ही मोहाली कोर्ट ने सुखपाल खैरा को 31 जनवरी को चुनाव अधिकारी के सामने पेश होने की छूट दी थी, जिससे वह चुनाव के लिए अपना नामांकन पत्र भर सकें. इसके साथ ही कोर्ट ने ये भी कहा था कि अगर किसी वजह से वो 31 जनवरी को अपना नामांकन नहीं भर पाते हैं तो उन्हें 1 फरवरी को नामांकन भरने के लिए चुनाव अधिकारी के सामने पेश होने की छूट दी जाए. बता दें कि पंजाब विधानसभा चुनाव के लिए नॉमिनेशन करने की अंतिम तारीख 1 फरवरी है.
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने खैरा को पिछले साल 11 नवंबर 2021 को गिरफ्तार किया था. ईडी की ओर से कहा गया था कि खैरा के ड्रग्स तस्करों के साथ संबंध हैं. इस संबंध में पिछले सप्ताह ही खैरा के खिलाफ चार्जशीट भी दायर की गई थी. बता दें कि खैरा की गिरफ्तारी फाजिल्का ड्रग स्मगलिंग रैकेट में की गई थी. वहीं सुखपाल सिंह खैरा ने कहा था कि उन्होंने केंद्र सरकार की ओर से लाए गए कृषि कानून के खिलाफ किसानों के हक में आवाज उठाई थी, जिसके कारण उन्हें निशाना बनाया जा रहा है.
राणा गुरजीत सिंह ने सोनिया गांधी से की है खैरा को पार्टी से निकालने की मांग
पंजाब के मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने हाल में ही कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी को पत्र लिखकर सुखपाल सिंह खैरा को पार्टी से निष्कासित करने की मांग की थी. मंत्री राणा गुरजीत सिंह ने मनी लॉन्ड्रिंग के एक मामले में पिछले साल सुखपाल सिंह खैरा के खिलाफ प्रवर्तन निदेशालय की कार्रवाई का मुद्दा उठाया. राज्य विधानसभा चुनाव के लिए एक महीने से भी कम का समय बचा है और इस बीच कपूरथला क्षेत्र के कुछ कांग्रेस नेताओं के बीच कड़वी प्रतिद्वंद्विता सामने आई है. ईडी ने पिछले साल भोलाथ से कांग्रेस के उम्मीदवार सुखपाल सिंह खैरा को धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के प्रावधानों के तहत गिरफ्तार किया था, जिसमें आरोप लगाया गया था कि वो मामले में दोषियों और फर्जी पासपोर्ट गिरोह का सहयोगी था.