Chandigarh चंडीगढ़। पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने मंगलवार को कहा कि उनकी सरकार नशे की समस्या से निपटने के लिए नए कदम उठाने के लिए तैयार है।पिछले तीन महीनों में राज्य में नकदी और नशे cash and drugs की आमद को मतदाताओं को लुभाने के लिए जिम्मेदार ठहराते हुए उन्होंने कहा कि आदर्श आचार संहिता खत्म होने के बाद राज्य सरकार ‘कुछ निचले स्तर के पुलिस अधिकारियों और तस्करों के बीच सांठगांठ’ पर लगाम लगाने के लिए तैयार है।उन्होंने कहा कि पंजाब Punjab में गुजरात से नशा आता है, लेकिन इस मुद्दे पर राज्य को बदनाम किया जा रहा है।मान सभी जिलों के एसएसपी और अन्य वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों की बैठक लेने के बाद पत्रकारों को संबोधित कर रहे थे।उन्होंने कहा, ‘मैंने डीजीपी पंजाब से प्रत्येक थाने में निचले स्तर के अधिकारियों का तुरंत तबादला करने को कहा है। ऐसे 10,000 से अधिक अधिकारियों का तबादला किया गया है। पिछले तीन दिनों में वरिष्ठ अधिकारियों का तबादला किया गया है।
उन्होंने कहा कि अगर कोई पुलिस अधिकारी अवैध नशे के कारोबार में संलिप्त पाया गया तो उसे तुरंत सेवा से बर्खास्त कर दिया जाएगा।मान ने कहा कि अवैध कारोबार में शामिल निजी व्यक्तियों की संपत्ति एक महीने के भीतर जब्त कर ली जाएगी। उन्होंने कहा कि पंजाब पुलिस में 10,000 नए कर्मचारी जोड़े जाएंगे।मुख्यमंत्री ने कहा, "पंजाब में लोकसभा चुनाव के लिए सबसे लंबी आचार संहिता थी, क्योंकि यहां चुनाव अंतिम चरण में हुए थे। राज्य में सभी विकास कार्य रुक गए थे, हम केवल वही लागू कर सकते थे, जिसकी अनुमति चुनाव आयोग ने दी थी।"मान ने कहा कि चुनाव प्रचार के दौरान उन्हें जमीनी हकीकत जानने का मौका मिला।उन्होंने कहा, "इससे जनता की समस्याओं के बारे में मेरी आंखें खुल गईं। इन मुद्दों पर काम करने के लिए मैंने कल सभी नौकरशाहों और आज पुलिस अधिकारियों की बैठक बुलाई और प्रशासन-जनता के बीच बेहतर तालमेल बनाए रखने के निर्देश दिए हैं।"