Punjab.पंजाब: ग्रामीण विकास एवं पंचायत विभाग ने यहां खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी (बीडीपीओ) के कार्यालय के कर्मचारियों पर एक काल्पनिक गांव में विकास कार्य दिखाकर सरकारी धन हड़पने का आरोप लगने के बाद जांच शुरू कर दी है। इस मामले की जांच के लिए 24 जनवरी को विभाग के निदेशक परमजीत सिंह ने दो सदस्यीय तथ्यान्वेषी पैनल का गठन किया था। पैनल में जालंधर के डिवीजनल डिप्टी डायरेक्टर अमरदीप सिंह गुजराल और मुक्तसर के एडीसी (डी) गुरदर्शन सिंह कुंडल शामिल हैं। पैनल को यह पता लगाने के लिए कहा गया है कि नया गांव जानबूझकर बनाया गया था या यह किसी चूक के कारण हुआ।
आरोपों के अनुसार, अधिकारियों के एक समूह ने उस काल्पनिक गांव में विकास कार्यों पर लाखों रुपये खर्च दिखाए, जिसका नाम क्षेत्र के दूसरे गांव से मिलता-जुलता था। फंड “नई गट्टी राजो के” गांव के नाम पर निकाले गए, जबकि वास्तविक नाम “नवी गट्टी राजो के” था। गुजराल ने कहा कि उन्होंने एडीसी (विकास), कार्यकारी अभियंता पंचायत राज और लोक निर्माण विभाग के अलावा जिला परिषद के उप निदेशक को अलग-अलग पत्र जारी किए हैं, जिसमें उन्हें नवी गट्टी राजो के गांव का दौरा कर वहां किए गए विकास कार्यों की जांच करने और सात दिनों के भीतर तस्वीरों के साथ रिपोर्ट दाखिल करने को कहा गया है। कथित घोटाले का खुलासा आरटीआई कार्यकर्ता गुरदेव सिंह ने किया। गुरदेव सिंह ने कहा, "ऑनलाइन रिकॉर्ड के अनुसार, विभाग ने मामले में लाखों रुपये की 55 परियोजनाएं पूरी कीं। इन कार्यों में एक प्राथमिक विद्यालय में एक नया पार्क बनाना, गांव की एक गली में इंटरलॉकिंग टाइलें बिछाना शामिल है, जो वास्तव में मौजूद ही नहीं है।"