अमृतसर: चेहरे पर भारतीय झंडे का टैटू बनवाने की वजह से पंजाब के स्वर्ण मंदिर के भीतर एक लड़की को जाने से रोकने की कोशिश करने का एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इसके बाद धार्मिक और आध्यात्मिक शख्सियतों के साथ ही फिल्म एक्टरों ने भी ट्विटर पर इसे लेकर अपनी नाराजगी जाहिर की है. इस्कॉन के उपाध्यक्ष और प्रवक्ता राधारमण दास ने इस मामले पर कड़ी नाराजगी जाहिर की है. उन्होंने इस घटना के जिम्मेदार लोगों पर तत्काल सख्त कार्रवाई करने की मांग भी की है. राधारमण दास ने कहा कि अगर वक्त रहते इस तरह की हरकतों पर रोक नहीं लगाई गई तो हालात और बिगड़ सकते हैं.
राधारमण दास ने एक ट्वीट करके कहा कि ‘यह चौंकाने वाला है! महिलाओं को स्वर्ण मंदिर में प्रवेश करने से रोका गया क्योंकि उनके चेहरे पर भारतीय जंडे का टैटू था. इस खालिस्तानी को तुरंत गिरफ्तार किया जाना चाहिए. उन्हें नजरअंदाज करना कोई समाधान नहीं है क्योंकि उनका अहंकार दिन-ब-दिन बढ़ता ही जा रहा है.’ वहीं फिल्म एक्टर देवोलीना भट्टाचार्य ने कहा कि ‘एक सेकंड के लिए तो मुझे यकीन ही नहीं हुआ कि यह स्वर्ण मंदिर के अंदर हो रहा है. यह देखकर दुख होता है कि हम किस ओर जा रहे हैं. लेकिन हां हमें इसके बारे में चिंतित नहीं होना चाहिए.
देवोलीना भट्टाचार्य ने कहा कि ‘हम एक माफिया डॉन के लिए रोने में व्यस्त हैं, सरकार की आलोचना कर रहे हैं, इसलिए पीएम के प्रति नफरत फैलाने में व्यस्त हैं. इसके लिए उनके पास समय नहीं है.’ वहीं सोशल मीडिया पर वायरल हो रही गोल्डन टेंपल की वीडियो से जुड़े इस पूरे मामले पर सफाई देते हुए SGPC के महासचिव गुरचरण सिंह ग्रेवाल ने अमृतसर में कहा कि ‘बच्ची के चेहरे पर जो झंडा बना था, वह राष्ट्रीय ध्वज नहीं था क्योंकि उसमें अशोक चक्र नहीं था. वह कांग्रेस या किसी अन्य राजनीतिक पार्टी का झंडा भी हो सकता है. मैं उस शख्स के व्यवहार के लिए क्षमा-याचना करता हूं.’