Amritsar अमृतसर: ऑल इंडिया पिंगलवाड़ा चैरिटेबल सोसायटी All India Pingalwara Charitable Society की ओर से ‘राजनीतिक व सामाजिक उत्पीड़न और उसके खिलाफ संघर्ष’ विषय पर सेमिनार का आयोजन किया गया। पिंगलवाड़ा के संस्थापक भगत पूरन सिंह की 32वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रमों की श्रृंखला के तहत शुक्रवार को यह सेमिनार आयोजित किया गया।
पिंगलवाड़ा की प्रधान डॉ. इंद्रजीत कौर Pingalwara's head Dr. Inderjit Kaur ने वक्ताओं और अतिथियों का स्वागत किया। कृषि मामलों के जाने-माने विशेषज्ञ और स्तंभकार देविंदर शर्मा ने कृषि की मौजूदा स्थिति के बारे में विस्तार से बताया। उन्होंने कहा कि बड़ी संख्या में किसान आत्महत्या कर रहे हैं और मौजूदा सरकार किसानों को खत्म कर उन्हें बड़ी कंपनियों का मोहताज बनाना चाहती है। भविष्य में हमें खाने-पीने के लिए बड़ी कंपनियों की दया पर निर्भर रहना पड़ेगा।
प्रख्यात समाजसेवी शाइस्ता अंबर ने कहा कि चुनी हुई सरकारों को किसी खास वर्ग के लिए नहीं बल्कि मानवता के कल्याण के लिए काम करना चाहिए। उन्होंने कहा कि लोगों को अपनी आवाज मजबूती से उठानी होगी। सेमिनार को संबोधित करते हुए नागरिक अधिकार कार्यकर्ता कविता श्रीवास्तव ने कहा कि चुप्पी तोड़नी होगी। उन्होंने लोगों को नए कानूनों के बारे में जागरूक होने पर जोर दिया। कार्यक्रम में विधायक डॉ. कुंवर विजय प्रताप सिंह भी शामिल हुए। कार्यशाला का संचालन करते हुए डॉ. स्वराजबीर ने कहा कि ऐसे सेमिनारों की जरूरत है, ताकि आने वाली पीढ़ी को उचित मार्गदर्शन मिल सके।