'नशामुक्त पंजाब' नारे के साथ अमित शाह की प्रचार में एंट्री, कहा- 'देश चलाना कोई कॉमेडी फिल्म नहीं'
पंजाब के चुनावी प्रचार में गृह मंत्री की एंट्री हो गई है.
पंजाब के चुनावी प्रचार में गृह मंत्री की एंट्री हो गई है. किसान आंदोलन के बाद से आज अमित शाह पहली बार पंजाब आए हैं. उन्होंने लुधियाना में जनता को संबोधित करते हुए नशामुक्त पंजाब का नारा दिया. उन्होंने इस नारे के साथ ही सिखों के दस गुरुओं के नमन कर संबोधन शुरू किया. अमित शाह ने इस दौरान कांग्रेस, AAP समेत अन्य विपक्षी पार्टियों पर जमकर निशाना साधा.
उन्होंने कहा चन्नी के नेतृत्व में पंजाब सुरक्षित रह सकता है क्या. कांग्रेस को पता होना चाहिए कि देश चलाना है कोई कॉमेडी फिल्म नहीं है. वहीं केजरी वाल पर निशाना साधते हुए शाह कहते हैं, 'केजरीवाल साहब सिर्फ वोट की राजनीति करते हैं. इनका सुरक्षा से कोई लेना देना नहीं है.' उन्होंने कहा कि यूपीए की सरकार में प्रदेश में हर रोज आतंकी घुसते थे. लेकिन हमने 10 दिन में पाकिस्तान में घुस कर एयर स्ट्राइक की और दुश्मनों को करारा जवाब दिया. पीएम मोदी ने 2014 में देश की सत्ता संभाली थी और 2015 में वन रैंक वन पेंशन दिया गया.
शाह ने कहा कि चन्नी साहब आप फिर से सरकार बनाने का खव्वाब देख रहे हैं. आप पीएम को पंजाब आने पर सुरक्षित नहीं रख पाए पंजाब को क्या सुरक्षा देंगे. शाह ने चन्नी को आरे हाथो लेते हुए कहा कि उन्हें एक सेंकड भी यहां शासन करने का अधिकार नहीं है. उन्होंने दावा किया कि पंजाब में एक बार एनडीए की सरकार आती है तो पांच साल में ड्रग की विदाई हो जाएगी. उन्होंने चन्नी साहब से सिख दंगे का हिसाब मांगते हुए कहा कि इस दंगे को आज भी कोई नहीं भूला है.
धर्म परिवर्तन की समस्या खत्म करेगी NDA
शाह ने कहा कि पंजाब में एनडीए की सरकार आती है तो धर्म परिवर्तन की समस्या खत्म कर दी जाएगी. उन्होंने कहा बीजेपी आई तो धर्म परिवर्तन कराने वाले पंजाब के बाहर दिखाई देंगे. गृहमंत्री ने केजरीवाल पर हमला बोलते हुए कहा कि केजरीवाल कहते है कि उनकी सरकार आती है तो वो नशे को भगाएंगे. दिल्ली को नशे में डुबोने के बाद कहते हैं कि पंजाब को नशा मु्क्त पंजाब बनाएंगे. शाह ने कहा कि पंजाब की जनता ने कांग्रेस का मौका दिया, अकालियों को दिया औऱ केजरीवाल मौका देने जैसे ही नहीं है.
लचर सरकार पंजाब और देश की सुरक्षा नहीं कर सकती
शाह ने सवाल करते हुए कहा कि कोई लचर सरकार पंजाब और देश की सुरक्षा नहीं कर सकती. चरणजीत सिंह चन्नी के नेतृत्व में क्या पंजाब सुरक्षित रह सकता है? केजरीवाल जी का सुरक्षा से कोई लेना-देना नहीं है. इनकी चली तो सारे आतंकवादियों को खुली छूट दे देंगे.