पंजाब में आतंकियों की गिरफ्तारी से चुनावी माहौल बिगाड़ने की साजिश हुआ नाकाम

खुफिया एजेंसियों, पंजाब व हरियाणा पुलिस की सतर्कता ने पंजाब में चुनावी माहौल बिगाड़ने की साजिश को नाकाम कर दिया गया।

Update: 2022-02-19 18:01 GMT

खुफिया एजेंसियों, पंजाब व हरियाणा पुलिस की सतर्कता ने पंजाब में चुनावी माहौल बिगाड़ने की साजिश को नाकाम कर दिया गया। खालिस्तान समर्थित चार आतंकियों की गिरफ्तारी से पंजाब में हिंसा फैलाने के इनपुट मिले हैं। गिरफ्तार तीन आतंकी पंजाब चुनाव से पहले ही वहां जाकर हत्या करने की फिराक में थे। अगर चुनाव के दिन हत्या की वारदात होती तो इससे हिंसा भड़कने का भी डर था। पंजाब में हिंसा फैलाने के लिए ऑस्ट्रेलिया, कनाडा के साथ ही पाकिस्तान में बैठे उग्रवादियों से आतंकियों का गठजोड़ हुआ था। आतंकियों के पास हवाला के जरिये पैसा आता था। सागर व उसके साथियों ने डार्क वेब से ट्रेनिंग ली थी।


खुफिया एजेंसी व पुलिस की जांच में सामने आया है कि जुआं गांव का सागर करीब नौ माह पहले आंतकियों के संपर्क में आया था। बताया गया है कि उसका खालिस्तान समर्थक उग्रवादियों से संपर्क पंजाब के रहने वाले एक उग्रवादी ने कराया था। उसके बाद उसने सुनील उर्फ पहलवान, जतिन और सुरेंद्र को साथ जोड़ लिया।

इनके खातों में विदेशों से हवाला के जरिये हर माह लाखों रुपये आते थे। आरंभिक पूछताछ में सामने आया है कि खालिस्तान टाइगर फोर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के आतंकी भारत में देशद्रोही गतिविधियों को बढ़ावा देने के लिए युवाओं को अपने साथ जोड़ने का अभियान चला रहे हैं। उनके संपर्क में पंजाब का एक उग्रवादी ग्रुप है। सुपारी लेकर हत्या करने की एक वारदात के दौरान सागर उनके संपर्क में आया था। उसने मोटी कमाई का लालच देकर सागर को अपने साथ जोड़ लिया।

पंजाब के मोहाली के पास मिले थे हथियार
कुख्यात रविंद्र पुगथला गैंग के सदस्य रहे सागर उर्फ बिन्नी को आतंकी घटनाओं को अंजाम देने का प्रशिक्षण डार्कवेब के माध्यम से दिया गया। बताया गया है कि उसे पंजाब के मोहाली के पास हथियार उपलब्ध कराए गए थे। सागर को आवागमन के लिए वाहन, रुकने के लिए होटल का कमरा और वारदात करने के लिए टारगेट पाकिस्तान, आस्ट्रेलिया और कनाडा में बैठे खालिस्तान समर्थक आतंकियों से मिलते थे। जिसके बाद वह वारदात को अंजाम देता था।

खाते में कुछ दिन पहले आए छह लाख रुपये
सागर के खाते में कुछ दिन पहले ही करीब छह लाख रुपये आए थे। इससे पहले भी इन उग्रवादियों के खातों में हवाला के माध्यम से पैसे आते रहे हैं। पुलिस ने इनके खातों की जांच शुरू कर दी है। चारों में से किसी की विदेश में आतंकियों से मुलाकात नहीं हुई है। खालिस्तान टाइगर फोर्स और इंटरनेशनल सिख यूथ फेडरेशन के आतंकियों से डार्कवेब और सोशल व इंटरनेट मीडिया के माध्यम से ही सागर से संपर्क होता था।

पंजाब के बाद यूपी, दिल्ली और हरियाणा में फैलानी थी दहशत
पुलिस पूछताछ में सामने आया है कि इनको पंजाब में दहशत फैलाने का टारगेट दिया गया था। इनको ऐसे लोगों की हत्याएं करनी थीं, जिससे पंजाब में हिंसा फैल सके। चुनाव के बाद इनको दिल्ली, उत्तर प्रदेश और हरियाणा में भी आतंकी गतिविधियों को अंजाम देना था। पुलिस इन्हें रविवार को अदालत में पेश कर रिमांड पर लेगी। साथ ही पता लगाया जाएगा कि सागर ने अन्य राज्यों में भी आतंकी गतिविधि बढ़ाने के लिए वहां के युवाओं को तो झांसे में नहीं ले रखा था।

डीलर की कर चुके हत्या
आतंकियों ने 8 दिसंबर, 2021 पंजाब के रोपड़ में उधमपुर गांव निवासी अवतार सिंह की हत्या की बात कुबूल की है। वह डीलर का काम करता था। अब वह चुनावी माहौल बिगाड़ने को हत्या करने जाने वाले थे।


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