प्राइवेट स्‍कूल अपनी दुकानों से यून‍िफॉर्म-क‍िताब खरीदने का पेरेंट्स पर नहीं बना पाएंगे दबाव, आदेश जारी

Update: 2022-05-05 13:57 GMT

जनता से रिश्ता वेबडेस्क : द‍िल्‍ली के प्राइवेट स्‍कूलों (Delhi Private Schools) की मनमानी पर नकेल कसने के ल‍िए केजरीवाल सरकार (Kejriwal Government) की ओर से एक और सख्‍त कदम उठाया गया है. द‍िल्‍ली के प्राइवेट स्‍कूलों में पढ़ने वाले बच्चों के पेरेंट्स को अब स्‍कूल प्रशासन अपनी ही दुकानों से क‍िताब व यून‍िफॉर्म (School Dress) खरीदने के ल‍िए बाध्‍य नहीं करेंगे.इतना ही नहीं और तीन साल से पहले यून‍िफॉर्म के कलर से लेकर ड‍िजाइन और जो भी कुछ पूर्व में न‍िर्धार‍ित क‍िया है. उसमें क‍िसी प्रकार का बदलाव कर सकेंगे. इसको लेकर द‍िल्‍ली सरकार के श‍िक्षा न‍िदेशक ह‍िमांशु गुप्‍ता की ओर से आदेश जारी कर द‍िए गए हैं.

शिक्षा न‍िदेशालय की ओर से जारी क‍िए गए आदेशों की कॉपी को शेयर करते हुए द‍िल्‍ली के ड‍िप्‍टी सीएम और श‍िक्षा मंत्री मनीष स‍िसोद‍िया (Manish Sisodia) ने ट्वीट क‍िया है और इसकी जानकारी दी है.स‍िसोद‍िया ने ट्वीट कर कहा है क‍ि दिल्ली के प्राइवेट स्कूल अब पेरेंट्स को अपनी ही दुकान से किताबें व यूनिफॉर्म खरीदने के लिए बाध्य नही कर सकेंगे. हर स्कूल को आसपास की कम से कम 5 दुकानों की सूची जारी करनी होगी जहां से किताबें व ड्रेस खरीदी जा सकेंगी. इस आदेश की अवहेलना करने वाले स्कूलों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.

इस आदेश के बाद अब साफ हो गया है क‍ि स्‍कूलों की यून‍िफॉर्म और क‍िताबों को खरीदने को लेकर द‍िए जा रहे दबाव पर लगाम लगेगी. बताते चलें क‍ि द‍िल्‍ली भर में करीब 2500 प्राइवेट स्‍कूल हैं.


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