सीवेज उपचार के बाद कोयंबटूर जल निकायों में ऑक्सीजन का स्तर बढ़ा,अधिक पौधे लगाए जा रहे
कोयंबटूर निगम अधिकारी ऑक्सीजन स्तर बढ़ाने के लिए शहर के अधिक जल निकायों में सीवेज ट्रीटमेंट प्लांट (एसटीपी) की संख्या बढ़ाने पर विचार कर रहे हैं।
यह कदम उन दो जल निकायों में ऑक्सीजन स्तर बढ़ने के बाद आया है जहां एसटीपी स्थापित किए गए थे।
2018 में, कोयंबटूर निगम ने पेरियांकुलम और वलंकुलम में एक मिलियन लीटर प्रति दिन (एमएलडी) का एसटीपी स्थापित किया था।
इसके परिणामस्वरूप पानी में बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) केमिकल ऑक्सीजन डिमांड (सीओडी) और ई कोलाई बैक्टीरिया की मात्रा कम हो गई।
निगम अधिकारियों ने आईएएनएस को बताया कि वे सिंगनल्लूर और कृष्णमपति टैंकों में एसटीपी स्थापित करने की प्रक्रिया में हैं।
कोयंबटूर निगम के एक अधिकारी के अनुसार, दो जल निकायों में एसटीपी की स्थापना के बाद, ई कोलाई बैक्टीरिया की मात्रा 2008 में 8000 से घटकर 2023 में 300 हो गई।
इसी तरह, बायोलॉजिकल ऑक्सीजन डिमांड (बीओडी) भी 2008 में 500 से घटकर 2023 में 23 पर आ गई।
गौरतलब है कि निगम आठ जल निकायों का प्रबंधन कर रहा है, जिनमें उक्कदम पेरियाकुलम, वलंकुलम, सेल्वमपति, कृष्णमपति, कुरिची, सिंगनल्लूर, सेल्वाचिंतमनी और कुमारसामी शामिल हैं।
उक्कमदम, पेरियाकुलम और वाल्नकुलम के बाद, अब कुमारसामी और सिंगनल्लूर में एसटीपी स्थापित किए जा रहे हैं।