दिल्ली: सड़क दुर्घटनाओं में जान गंवा कर लोग अपनों का साथ छोड़ रहे हैं। हालांकि, लगभग हर माह जिलाधिकारी जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक में हादसों को रोकने के उपायों पर चर्चा करते हैं। मंडलायुक्त भी मंडलीय बैठक में दुर्घटनाओं को कम करने के लिए अधिकारियों को निर्देश देते हैं। लेकिन, जिले में इन निर्देशों का असर नहीं दिख रहा। पूर्व की बैठक में जो निर्देश दिए गए, अमूमन वही निर्देश अगली बैठक में भी दिए जा रहे हैं। इस वर्ष पांच माह में 204 घटनाएं हुईं हैं, जिसमें 138 लोगों को जान गंवानी पड़ी। 178 लोग उपचार के बाद घर लौटे। मुरादाबाद में औसतन प्रत्येक दिन एक आदमी की मौत हुई है।
कुछ वर्षों के आंकड़े बता रहे हैं कि जिले में साल-दर-साल दुर्घटनाएं बढ़ रही हैं। मृतकों-घायलों के आंकड़ों में भी वृद्धि हो रही है। ऐसा तब है जब एमवी एक्ट, यातायात नियमों में सुधार के दावे किए गए हैं। लोडेड वाहन और ट्रैक्टर-ट्राली से यात्राओं को रोका गया है। हां, उन स्थानों पर विशेष बल नहीं दिया जा रहा है जहां ब्लैक स्पॉट व डिवाइडर पर अवैध कट हैं। यही वजह है कि न तो सड़क दुर्घटनाएं कम हो रही हैं।
पीडब्ल्यूडी के मार्गों पर ब्लैक स्पॉट
स्टेट हाईवे-43 कोहिनूर तिराहा, स्टेट हाईवे-148 जटपुरा, ताहरपुर, डींगरपुर, महमूदपुर माफी और एमडीआर डूंगरपुर, ओडीआर रामगंगा नदी पुल व दलपतपुर चौराहा।
एनएचएआई के मार्गों पर ब्लैक स्पॉट
नेशनल हाईवे-734 रामपुर दोहरा, बरेली नेशनल हाईवे जीरो प्वाइंट, नेशनल हाईवे-09 सिहोरा बाजे, गणेश घाट रामपुर बार्डर, पुराना टोल प्लाजा चंदौसी कट, नेशनल हाईवे-509 हाथीपुर व नानपुर, नेशनल हाईवे-734 पर जलालपुर, जटपुरा।
ब्लैक स्पॉट सुधार के उपाय
कोहिनूर तिराहा के चौड़ीकरण के लिए मुख्य अभियंता ने 4.75 करोड़ 69 हजार रुपये का मांग पत्र भेजा है।
महमूदपुर माफी और ताहरपुर ब्लैक स्पॉट सुधार के लिए पीडब्ल्यूडी निर्माण खंड-प्रथम ने 23 जून को ही अधीक्षण अभियंता को एस्टीमेट भेजा है।
दलपतपुर चौराहा ब्लैक स्पॉट सुधार के लिए मुख्य अभियंता ने लखनऊ कार्यालय में एस्टीमेट भेज रखा है।
सड़क पर अब छुट्टा पशु नहीं दिखते हैं। छुट्टा पशुओं को गोशाला में संरक्षित कराया गया है। पालक अपने पशुओं को छोड़ देते हैं, उनके विरुद्ध कार्रवाई भी कर रहे हैं। जिला सड़क सुरक्षा समिति की बैठक के निर्देशों का अनुपालन न करने वालों के विरुद्ध हम बहुत प्रभावी कार्रवाई कर रहे हैं। सड़क दुर्घटनाओं में कमी लाने के प्रयास हो रहे हैं।- शैलेंद्र कुमार सिंह, जिलाधिकारी
दूसरों की जिंदगी के लिए खतरा बनने वालों पर कराएंगे एफआईआर
सड़क दुर्घटनाओं के संबंध में मंडलायुक्त आन्जनेय कुमार सिंह का कहना है कि दुर्घटना रोकने के प्रयास किए गए हैं। इससे दुर्घटनाओं में कमी आई है। दुर्घटनाओं को रोकने के उपाय करने में बजट की प्रत्याशा है। बजट पास होने में थोड़ा समय लगता है। अतिरिक्त बजट की उम्मीद न कर लोकल संसाधन से काम कर रहे हैं। वाहनों की ओवर स्पीड को कंट्रोल करेंगे। नगर निगम के महापौर से दो डिवाइस स्पीड नियंत्रण व एक वैन के लिए अनुरोध किया है। कहा, ठाकुरद्धारा रोड पर भी बहुत गड्ढे हैं। इस मार्ग पर भोजपुर में हाल ही में दो दुर्घटनाएं हुई हैं।