देश के इन राज्यों में भारी बारिश की आशंका, जानें कहां-कहां ऑरेंज अलर्ट जारी
भारी बारिश का अनुमान
केरल में बीते दिनों भारी बारिश दर्ज की गई थी, इसके बाद एक बार फिर मौसम विभाग ने राज्य में मूसलाधार बारिश की संभावना जताई है। इसके मद्देनजर मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। मौसम विभाग ने 11 जिलों के लिए बुधवार को ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। वहीं विभाग ने गुरुवार को बारिश की संभावना को देखते हुए 12 जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। इसमें तिरुवनंतपुरम, पथनमथिट्टा, कोट्टायम, एर्नाकुलम, इडुक्की, त्रिशूर, पलक्कड़, मलप्पुरम, कोझिकोड, वायनाड और कन्नूर जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। 21 अक्तूबर के लिए कन्नूर और कासारगोड छोड़कर राज्य के अन्य सभी जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
मौसम विभाग के मुताबिक 24 घंटों में 20 सेंटीमीटर से ज्यादा वर्षा की संभावना पर रेड अलर्ट, 6 से 20 सेंटीमीटर तक बारिश की संभावना पर ऑरेंज अलर्ट और 6 से 11 सेंटीमीटर तक बारिश की संभावना पर येलो अलर्ट जारी किया जाता है। केरल में पिछले सप्ताह भारी बारिश के बाद अब कई हिस्सों में हालांकि वर्षा धीमी हुई है, लेकिन इन बांधों में पानी का स्तर खतरे के निशान से ऊपर होने तथा बुधवार से और बारिश के अनुमान के मद्देनजर बांधों के द्वार खोलने का निर्णय किया गया है। मौजूदा स्थिति तथा मौसम के और खराब होने के अनुमान के कारण सोमवार को सबरीमला में भगवान अयप्पा मंदिर में थुला मासम पूजा के लिए तीर्थयात्रा को भी रोक दिया गया था। निचले इलाकों और उन नदियों के पास रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और राहत शिविरों में पनाह लेने का सुझाव दिया गया है, जहां के बांध खोले जाने हैं।
केरल में इस महीने 135 फीसदी अतिरिक्त बारिश हुई : मौसम विभाग
मौसम विभाग के मुताबिक केरल में इस महीने यानी एक से 19 अक्तूबर तक 135 फीसदी अतिरिक्त बारिश हुई है। मौसम विभाग के आंकड़ों के मुताबिक एक से 19 अक्तूबर के बीच केरल में 453.5 मिमी बारिश हुई, जबकि आमतौर पर 192.7 मिमी बारिश होती थी। मौसम विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि अक्तूबर-दिसंबर के दौरान, उत्तर पूर्व मॉनसून से राज्य में औसत बारिश 491.6 मिमी हुई, जो वार्षिक बारिश का 16.8 फीसदी है। उन्होंने कहा कि इसका मतलब है कि राज्य में मौसम की 90 फीसदी से अधिक बारिश हो चुकी है। त्रिशूर और अलप्पुझा को छोड़ कर अन्य सभी जिलों में 100 फीसदी से अधिक बारिश हुई।
ओडिशा में बुधवार को भी बारिश की संभावना, उत्तरी क्षेत्र में नदियां उफान पर
मौसम विभाग ने ओडिशा में मंगलवार के साथ ही बुधवार को भी बारिश की संभावना जताई है। कम दबाव का क्षेत्र बनने से यहां पिछले तीन दिनों से बारिश हो रही है। मौसम विज्ञानियों ने कहा कि मछुआरों को अगले 48 घंटे तक बंगाल की खाड़ी में नहीं जाने की सलाह दी गई है, वहीं उत्तरी ओडिशा में सुबर्णरेखा, बुद्धबलांग और जलाका नदियों में पानी का स्तर उफान पर है। मौसम विभाग ने तटीय और आंतरिक दोनों क्षेत्रों में हल्की से मध्यम बारिश और गरज के साथ छींटे पड़ने का पूर्वानुमान व्यक्त किया है। विभाग के मुताबिक कम दबाव का क्षेत्र बन जाने से हवा की रफ्तार 40-50 किलोमीटर प्रति घंटे से 60 किलोमीटर प्रति घंटा हो जाएगी और इसका असर ओडिशा के तटीय क्षेत्र में अगले 48 घंटे तक बने रह सकता है।
राजस्थान में सप्ताहांत तक फिर बारिश का अनुमान
नए पश्चिमी विक्षोभ के सक्रिय होने से राजस्थान के कुछ इलाकों में इस सप्ताहांत फिर बारिश हो सकती है। मौसम विभाग के अनुसार राज्य में पिछले दो दिनों से सक्रिय हुए बारिश के तंत्र का प्रभाव मंगलवार को समाप्त हो गया। इस दौरान राजधानी जयपुर सहित अनेक इलाकों में हल्की से मध्यम दर्जे की बारिश हुई। विभाग के अनुसार राज्य में आगामी चार दिनों तक मौसम पूर्णतया शुष्क रहेगा, वहीं 23-24 अक्तूबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके प्रभाव से उत्तर-पश्चिमी राजस्थान के बीकानेर, गंगानगर, हनुमानगढ़ व चूरू जिलों के कुछ स्थानों पर मेघगर्जन के साथ बारिश होने की प्रबल संभावना है।