पीतामहल डैम की नहरों पर कब्जा के विरुद्ध पदयात्रा, पानी का इस्तेमाल उद्योगों में होने से नहीं मिल पा रहा सिचाई के लिए

आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज करने की चेतावनी उन्होंने दी है

Update: 2021-12-12 12:58 GMT
राउरकेला : ओडिशा सरकार की ओर से करोड़ों रुपये खर्च कर पांच पंचायत के किसानों को सिचाई के लिए पानी मुहैया कराने के उद्देश्य से निर्मित पीतामहल डैम के नहरों पर उद्योगपतियों का कब्जा हो गया है। पानी का इस्तेमाल उद्योगों में होने से सिचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। पीतामहल डैम की सुरक्षा की मांग को लेकर शीर्ष पीतमहल डैम कृषक कमेटी, सुरक्षा मंच तथा पानी पंचायत पीतामहल डैम की ओर से शनिवार से पदयात्रा शुरू की गई। प्रशासनिक अधिकारियों का ध्यानाकृष्ट करने के बावजूद पहल नहीं होने पर रोष व्यक्त किया गया है। पीतामहल डैम से कलुंगा, झारतरंग, लुंगई समेत पांच पंचायत के किसानों को सिचाई के लिए पानी मुहैया कराने के लिए नहरों का निर्माण किया गया है। वेदव्यास, आइडीसी व कलुंगा क्षेत्र में किसानों के बजाय उद्योगपति नहरों में छोड़े जाने वाले पानी का उपयोग कर रहे हैं। जिससे किसानों को सिंचाई के लिए पानी नहीं मिल पा रहा है। कई जगह नहरों का अवरोध किया गया है जिससे किसान सिंचाई के लिए पानी से वंचित हो रहे हैं। नहरों की मरम्मत, अवैध कब्जा हटाने, किसानों को पानी प्रदान करने, पीतामहल डैम की सुरक्षा की मांग को लेकर शनिवार को शीर्ष पीतामहल डैम सिचाई कृषक कमेटी व पीतामहाल डैम सुरक्षा मंच के संयुक्त तत्वावधान में वेदव्यास से पदयात्रा निकाली गई एवं लुंगई तक पहुंची। यहां सुरक्षा मंच के संयोजक सदानंद साहू ने बताया कि इस ओर जिला प्रशासन का ध्यानाकृष्ट करने के बावजूद अधिकारियों की ओर से कार्रवाई नहीं की जा रही है एवं नहरों का अतिक्रमण हो रहा है। आने वाले दिनों में आंदोलन और तेज करने की चेतावनी उन्होंने दी है।
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