15 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के मामले में चिटफंड फर्म के निदेशक को EOW ने किया गिरफ्तार
ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने निवेशकों से करीब 15 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में चिटफंड कंपनी के निदेशक तपन कुमार सामंत को गिरफ्तार किया है।
भुवनेश्वर: ओडिशा पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा (ईओडब्ल्यू) ने निवेशकों से करीब 15 करोड़ रुपये ठगने के आरोप में चिटफंड कंपनी के निदेशक तपन कुमार सामंत को गिरफ्तार किया है। अधिकारियों ने मंगलवार को यहां यह जानकारी दी। इससे पहले चिटफंड कंपनी के चेयरमैन एवं प्रबंध निदेशक प्रताप कुमार बिस्वाल को इस मामले में गिरफ्तार किया गया था।
तपन को पश्चिम बंगाल के कोलकाता से गिरफ्तार किया गया और सोमवार को कोलकाता के बरुईपुर के अतिरिक्त मुख्य न्यायिक मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया गया। ईओडब्ल्यू ने कहा कि ट्रांजिट रिमांड के आधार पर गिरफ्तार आरोपी को ओडिशा के बालासोर में ओपीआईडी अधिनियम के तहत नामित अदालत में पेश किया गया है।
मास इंफ्रा रियलिटी लिमिटेड के सीएमडी प्रताप और ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड और तपन सहित इसके अन्य छह निदेशकों के खिलाफ सुकदेव होता, बालासोर द्वारा दर्ज एक लिखित शिकायत के आधार पर दर्ज मामले में आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है।
जांच के दौरान, पुलिस ने पाया कि मास इंफ्रा रियलिटी लिमिटेड कंपनी अधिनियम, 1956 के तहत सितंबर, 2010 के दौरान कंपनी रजिस्ट्रार, कोलकाता के पास पंजीकृत थी। प्रताप बिस्वाल इसके सीएमडी थे और तपन सामंत निदेशकों में से एक हैं। इसके बाद, 2012 में, कंपनी ने अपना नाम बदलकर ह्यूमन वेलफेयर क्रेडिट एंड थ्रिफ्ट को-ऑपरेटिव सोसाइटी लिमिटेड कर दिया, जो मल्टी स्टेट कोऑपरेटिव सोसाइटीज एक्ट, 2012 के तहत पंजीकृत थी और बिस्वाल इसके अध्यक्ष थे।
पुलिस ने कहा कि आरोपियों ने शिकायतकर्ता और कई अन्य जमाकर्ताओं को उनकी कंपनी द्वारा शुरू की गई विभिन्न योजनाओं के तहत जमा पर उच्च ब्याज दर वापस करने के बहाने 15 करोड़ रुपये की ठगी की है।