फर्जी ओटीपी पर गेहूं, चावल और केरोसिन तेल की हेराफेरी
फर्जी ओटीपी का मामला
राउरकेला : आपूर्ति विभाग के अधिकारी, डाटा एंट्री आपरेटर, राशन दुकानदार व एसएचजी की मिली भगत में बड़ी अनियमितता बरती जा रही है। फर्जी ओटीपी पर गेहूं, चावल व केरोसिन तेल की हेराफेरी जारी है। इसे खुले बाजार में ऊंची कीमत पर बेच कर मालामाल हो रहे हैं। राशन सामग्री नहीं मिलने की शिकायत होने पर अधिकारी द्वारा दुकानदारों को नोटिस जारी किया जा रहा है। उपभोक्ताओं का मोबाइल नंबर भी लिया जा रहा है पर कार्रवाई नहीं हो रही है।
राउरकेला में ही 64 हजार 898 राशन कार्ड हैं। इसमें 2 हजार 895 अंत्योदय कार्ड हैं जिससे दिव्यांग, 60 साल से अधिक आयु, असहाय, विधवा, किन्नर को हर महीने 35 किलो चावल मुफ्त दिया जा रहा है। इसी तरह से 211 असहायों का अन्नपूर्णा कार्ड पर प्रति किलो 10 किलो चावल मुफ्त में दिया जा रहा है। वन नेशन वन राशन कार्ड की व्यवस्था लागू होने के बाद कार्ड की संख्या में कुछ कमी आयी है। शहर में 169 राशन दुकानदारों के जरिए चावल का बंटन किया जा रहा है। एएवाइ कार्ड की संख्या 21 साल पहले जितनी थी अब भी उतनी ही है। इसमें से कई की मृत्यु हुई होगी पर उनका नाम नहीं हटा है। राशन दुकानदारों के पास ऐसे तीन से लेकर 270 तक एएवाइ कार्ड हैं। झारतरंग में एक एसएसजी के पास ऐसे 270 एएवाइ कार्ड हैं जबकि वार्ड-7 में एक एसएचजी के पास 180 एएवाइ कार्ड हैं। वार्ड नंबर 5 के एक एसएचजी के पास ऐसे 112 कार्ड, वार्ड 31 में एक एसएचजी के पास 73 कार्ड हैं। वार्ड एक में एक राशन दुकानदार के पास 88, वार्ड पांच में दो राशन दुकानदारों के पास क्रमश: 61 एवं 42 कार्ड हैं। एएसवाइ कार्ड पर चावल का वितरण दिखा जा रहा है। 60 फीसद का वितरण हो रहा है जबकि 40 फीसद की कालाबाजारी हो रही है। वास्तव में कार्ड की संख्या जितनी है उतने कार्डधारक मौजूद नहीं हैं। इस ओर नगर निगम और आपूर्ति विभाग का ध्यान नहीं है।