Dharmendra Pradhan: युवा नवाचार के माध्यम से औद्योगिक क्रांति 4.0 का नेतृत्व करेंगे
उन्होंने कहा कि समृद्ध जनसांख्यिकीय लाभांश Rich demographic dividend और ज्ञान आधारित समाज के साथ ओडिशा भी इससे लाभान्वित होने के लिए तैयार है। उन्होंने शैक्षणिक संस्थानों और शिक्षकों से उद्यमिता के प्रति छात्रों के दृष्टिकोण और योग्यता को फिर से परिभाषित करने की दिशा में काम करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि देश के शोध को अकादमिक प्रकाशनों से आगे बढ़कर नवाचार और उद्यमशीलता कौशल के मामले में वैश्विक मानक हासिल करने चाहिए। उन्होंने कहा, "आईआईटी भुवनेश्वर और इसके छात्रों को 2036 तक ओडिशा और 2047 तक देश की विकास प्रक्रिया को बढ़ाने के लिए स्टार्टअप और उद्यमशीलता पारिस्थितिकी तंत्र को बढ़ावा देने की दिशा में काम करना चाहिए।"
प्रधान ने आईआईटी भुवनेश्वर अनुसंधान और उद्यमिता पार्क का भी दौरा किया और कहा कि यह स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा, हरित ऊर्जा और कृषि प्रौद्योगिकी जैसे महत्वपूर्ण क्षेत्रों में स्टार्टअप को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा, जिसमें बाजरा आधारित उत्पाद और उन्नत ड्रोन तकनीक जैसी उल्लेखनीय परियोजनाएं शामिल हैं। भारत सरकार के प्रमुख वैज्ञानिक सलाहकार प्रोफेसर अजय कुमार सूद ने स्नातक छात्रों से अभिनव होने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, "नवाचार के निरंतर चक्र के बिना, राष्ट्रों में ठहराव का जोखिम रहता है, वे मध्यम आय के जाल में फंस जाते हैं और वैश्विक अर्थव्यवस्था में पिछड़ जाते हैं।" परमाणु ऊर्जा आयोग के अध्यक्ष और परमाणु ऊर्जा विभाग के सचिव अजीत कुमार मोहंती ने कहा कि देश के युवाओं में नवाचार करने की क्षमता है और उन्हें इस शक्ति का उपयोग देश के विकास के लिए करना चाहिए। भारत सरकार के विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव प्रोफेसर अभय करंदीकर और आईआईटी भुवनेश्वर के निदेशक प्रोफेसर श्रीपद कर्मालकर ने भी बात की।