कोर्ट ने डाक्‍टर पति-पत्‍नी को एक सप्‍ताह साथ रहने की दी सलाह, कपल ने 1 ही घर में गुजारी रात

कपल ने 1 ही घर में गुजारी रात

Update: 2021-12-04 04:18 GMT
बरहमपुर एसडीजेएम कोर्ट ने डाक्टर पति-पत्‍नी को आपस में सम्पर्क बनाने के लिए सात दिन का समय दिया है। कोर्ट के निर्देश पर दोनों पति-पत्‍नी ने एक ही घर में रात गुजारी। आसिका चीनी उद्योग अतिथि भवन में दोनों को उनके परिवार से अलग रखा गया। दोनों पति-पत्‍नी को इसी अतिथि भवन में एक सप्ताह तक रहना है। इस दौरान इन्हें ना ही अपने परिवार से और ना ही किसी सामाजिक कर्मी से सम्पर्क करना है। कोर्ट ने यह निर्देश जारी किया है।
कोर्ट के निर्देश के मुताबिक इस दौरान डिम्पल का पूरा खर्च डा. सुमित को उठाना होगा। कोर्ट के इस निर्देश के बाद पिछली रात को आसिका में पति-पत्‍नी एक घर लेकर रह रहे हैं। आसिका थाना प्रभारी की निगरानी में ये दोनों एक साथ हैं। यहां उल्लेखनीय है कि ससुराल घर जाने की मांग करते हुए डिम्पल ने बरहमपुर ब्रह्मानगर स्थित पति के घर के बाहर धरना दे रही थी। यह मामला अदालत में पहुंचने के बाद कोर्ट ने यह राय दी है।
गौरतलब है कि खुद को डाक्टर सुमित की पत्‍नी बताकर डिम्पल दास उर्फ तपस्विनी ने बरहमपुर द्वितीय लेन में मौजूद ससुर के घर के सामने धरने पर बैठी थी। 7 सितम्बर 2020 को सुमित के साथ कोर्ट मैरिज की थी। शादी के बाद 6 महीने तक ससुर के घर में बहु के रूप में भी डिम्पल ने गुजारा था। बाद में ससुर के परिवार वालों ने वैदिक रीति से विवाह करने का झूठा आश्वासन देकर डिम्पल को उनके पिता के घर भेज दिया। इसके बाद शादी की दो-दो तिथि निर्धारित की मगर वैदिक रीति से शादी नहीं की। इसके बाद जब कोई उपाय नहीं मिला तो फिर डिम्पल ने ससुर के घर के बाहर धरना शुरू कर दिया। बाद में सुमित के पिता ने डिम्‍पल को बहू के रूप में स्वीकार किया और सुमित ने भी पत्‍नी होने की बात मानते हुए कहा कि मामला कोर्ट में विचाराधीन है, मैं कुछ नहीं कर पाऊंगा। अब इस मामले की सुनवाई हुई है। दोनों को एक सप्ताह तक एक साथ रहने की सलाह कोर्ट ने दी है।
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