कांग्रेस के कार्यकारी अध्यक्ष ने दिया इस्तीफा, पार्टी को बड़ा झटका

Update: 2021-10-22 08:35 GMT

भुवनेश्वर: देश के कई राज्यों में आंतरिक कलह का सामना कर रही कांग्रेस को अब ओडिशा में करारा झटका लगा है। राज्य में प्रदेश कांग्रेस कमिटी के कार्यकारी अध्यक्ष प्रदीप माझी ने पार्टी छोड़ दी है। उनके बीजू जनता दल से जुड़ने के संकेत मिल रहे हैं। अगले साल की शुरुआत में राज्य में होने वाले पंचायत चुनावों से ठीक पहले पार्टी को यह झटका लगा है। प्रदीप माझी ने कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी को अपने इस्तीफे की जानकारी देते हुए पत्र लिखा है। अपने पत्र में प्रदीप माझी ने लिखा, 'आपको बेहद सम्मान के साथ यह बताना चाहता हूं कि मैं कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे रहा हूं। यह जानकारी देते हुए मुझे बेहद दुख और दर्द है।'

ओडिशा के प्रमुख आदिवासी नेताओं में से एक और राज्य की ही नबरंगपुर लोकसभा सीट से सांसद रहे माझी ने कहा कि वह कांग्रेस में ही रहकर लोगों की सेवा करना चाहते थे, लेकिन पार्टी में उत्साह की कमी देखने को मिल रही है। एक तरफ प्रदीप माझी ने सोनिया गांधी के नेतृत्व की तारीफ की है तो वहीं इशारों में ही राज्य से लेकर स्थानीय स्तर तक के नेतृत्व को नाकाम करार दिया है। प्रदीप माझी ने लिखा, 'आपके बहुमुखी नेतृत्व में पार्टी के संगठन ने बहुत अच्छा काम किया है। लेकिन बीते कुछ वक्त में विभिन्न पदों पर बैठे लोगों के गलत फैसलों और सही ढंग से काम न करने के चलते पार्टी ने लगातार अपना भरोसा खोया है। इसे हासिल करने में शायद अब लंबा वक्त लगेगा।'
इसके साथ ही प्रदीप माझी ने कहा, 'मैं लोगों की सेवा करना चाहता हूं, लेकिन कांग्रेस में इसकी कमी महसूस होती है। मैं बेहद दुख के साथ पार्टी छोड़ रहा हूं, जिसके लिए मेरी बात को समझा जाना चाहिए। इसके बाद भी मैं अपनी विचारधारा के अनुसार कर्तव्य का पालन करता रहूंगा और पूरी संतुष्टि के साथ लोगों की सेवा करता रहूंगा।' इस बीच प्रदीप माझी के करीबी सूत्रों का कहना है कि वह जल्दी ही बीजेडी में शामिल हो सकते हैं। इसी महीने राज्य के सीएम नवीन पटनायक नबरंगपुर का दौरा करने वाले हैं। माना जा रहा है कि इसी दौरान वह बीजेडी में शामिल हो सकते हैं। वह 2009 में इसी लोकसभा सीट से कांग्रेस के टिकट पर सांसद चुने गए थे, लेकिन फिर 2014 और 2019 में उन्हें लगातार हार का सामना करना पड़ा था।
नबरंगपुर के अलावा मलकानगिरी जिले में भी प्रदीप माझी का आदिवासी समुदाय के बीच अच्छा खासा प्रभाव माना जाता रहा है। ये दोनों ही जिले आदिवासी बहुल हैं। ऐसे में कांग्रेस के लिए प्रदीप माझी का पार्टी छोड़ना ओडिशा में उसके लिए झटका है। माझी ने अपने इस्तीफे की कॉपी राहुल गांधी, ओडिशा के कांग्रेस प्रभारी चेल्ला कुमार और प्रदेश अध्यक्ष निरंजन पटनायक को भी भेजी है। बता दें कि 2009 में भी कांग्रेस के वर्किंग प्रेसिडेंट रहे नाबा किशोर दास ने पार्टी को छोड़ बीजेडी का दामन थाम लिया था और आज वह प्रदेश के हेल्थ मिनिस्टर हैं।

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