अजीबोगरीब मामला आया सामने, भूतों को बांटा जा रहा राशन
राज्य सरकार हर साल भरण-पोषण के लिए करोड़ों रुपए का मुफ्त राशन वितरित करती है।
जनता से रिश्ता वबेडेस्क | राज्य सरकार हर साल भरण-पोषण के लिए करोड़ों रुपए का मुफ्त राशन वितरित करती है। सभी को मुफ्त राशन मिले, सरकारें इसके लिए भरसक प्रयास कर रही हैं, लेकिन बालेश्वर के भोगराई ब्लॉक से एक हैरान करने वाली घटना सामने सामने आई हैं। जानकारी मिली है कि भोगराई ब्लॉक में भूत के नाम पर हजारों किलो पीडीएस राशन उठाया जा रहा है।
समय पर नहीं मिलती मृत व्यक्ति की सूचना
खबर के अनुसार, इसी ब्लॉक के अधीन 50 पंचायत हैं और यहां पर 105 रिटेलर समेत 62878 राशन कार्ड हैं, जिसमें 236299 हिताधिकारी हैं | सरकार के नियम के अनुसार प्रत्येक हिताधिकारी के लिए हर महीने उपभोक्ता विभाग की तरफ से राशन दिया जा रहा है, लेकिन जब किसी की मृत्यु हो जा रही है, उस समय उपभोक्ता विभाग के पास तुरंत खबर नहीं पहुंच पा रही है, जिसके कारण बहुत से ऐसे रिटेलर और परिवार के लोग मिलकर मृत व्यक्ति के नाम पर राशन लूट रहे हैं |
वर्षों से जारी है मृत व्यक्तियों के नाम लूट
वर्षों से इस तरह गैरकानूनी तरीके से हजारों किलो राशन भूतों के नाम पर हड़पा जा रहा है | 8 अगस्त 2022 को भोगराई ब्लॉक के नए उपभोक्ता निरीक्षक के तौर पर विजय साहू के आने के बाद 576 मृत व्यक्तियों के नाम रद्द किए थे, जिसके चलते रिटेलर और हिताधिकारी के बीच डर का माहौल पैदा हुआ था, लेकिन अभी भी चावल हड़पने का सिलसिला जारी है |
नहीं हो रही गंभीर जांच
पिछले 2 वर्षों में जिले के विभिन्न ब्लॉकों समेत नगरपालिका के अंतर्गत कई लोगो की मौतें हो चुकी है, लेकिन आज भी उनका नाम राशन कार्ड में होने के कारण हजारों क्विंटल सरकारी चावल और गेहूं भूतों के नाम पर कार्डधारी राशन उठा रहे है | इस गंभीर घटना की जांच ना होने के कारण लूट मची हुई है |
वहीं दूसरी ओर बालेश्वर में धनी वर्ग के लोगों का भी राशन कार्ड होने के कारण अमीर और गरीब में कोई फर्क नजर नहीं आ रहा है।राजनेता अपनी वोट बैंक बढ़ाने के खातिर अमीर वर्ग के लोगों का भी राशन कार्ड बना दे रहे हैं | बुद्धिजीवियों की माने तो कुछ लोग धनी वर्ग से संबंधित होने के बावजूद और कुछ लोग मृत व्यक्तियों के नाम पर सरकारी राशन का खुलम-खुला लूट मचा रखे हैं |
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