भुवनेश्वर। ओडिशा में शनिवार को कोरोना संक्रमण के 2603 नए मामले सामने आए है। नए संक्रमित मरीजों मे से 1521 क्वारंटाइन से हैं, जबकि 1082 स्थानीय लोग संक्रमित हुए हैं। इसमें शून्य से 18 साल आयु के 349 बच्चे हैं। प्रदेश में अब तक कुल 27936031 लोगों का कोविड परीक्षण हुआ है। इसमें से 1264705 लोग पाजिटिव पाए गए हैं। 1228976 लोग स्वस्थ होकर अपने घर जा चुके हैं। प्रदेश में 26965 सक्रिय मामले हैं। अनुगुल जिले से 102, बालेश्वर जिले से 48, बरगढ़ जिले से 51, भद्रक जिले से 37, बलांगीर जिले से 60, बौद्ध जिले से 37, कटक जिले से 205, देवगढ़ जिले से 21, ढेंकनाल जिले से 64, गजपति जिले से 64, गंजाम जिले से 85, जगत सिंह पुर जिले से 60, जाजपुर जिले से 133, झारसुगुड़ा जिले से 57, कालाहांडी जिले से 60, कंधमाल जिले से 26, केंद्रपाड़ा जिले से 63, केंदुझर से 43, खुर्दा से 444, कोरापुट से 94, मलकानगिरी से 19, मयूरभंज से 104, नवरंगपुर से 62, नयागढ़ से 67, नुआपाड़ा से 87, पुरी से 41, रायगड़ा से 61, संबलपुर से 88, सोनपुर से 16, सुंदरगढ़ से 204, राज्य पूल 100 लोग संक्रमित मिले हैं।
एम्स भुवनेश्वर के चिकित्सा अधीक्षक प्रोफेसर डा. एस एन मोहंती ने कहा कि हाल के दिनों में कोविड के मामलों में कमी और ओपीडी को खोलने की मांग को देखते हुए सात फरवरी (सोमवार) से वाक-इन-ओपीडी को फिर से शुरू करने का निर्णय लिया गया है। महामारी के घटते चलन पर चर्चा करते हुए राष्ट्रीय संस्थान की कोविड समिति की बैठक में ओपीडी खोलने का निर्णय लिया गया है। सभी विभागों को कोविड दिशा-निर्देशों का पालन करने की सलाह दी गई है और ओपीडी कार्यक्रम का पहले की तरह पालन किया जाएगा। सभी विभागों को नए दाखिले के मामलों (संदिग्ध) के लिए प्रत्येक वार्ड में चार-पांच बेड आरक्षित करने का भी निर्देश दिया गया है। एम्स भुवनेश्वर स्वास्थ्य ऐप और टेलीमेडिसिन के माध्यम से मरीजों की समग्र नियमित जांच जारी रहेगी। सभी आईपीडी दाखिले और ओटी पहले (कोविड से पूर्व) की तरह काम करेंगे। कोविड लेबर रूम एक सप्ताह तक चलता रहेगा।