नार्थ ईस्ट न्यूज़: नागालैंड मुख्यमंत्री नेफू रियो द्वारा अलग सीमावर्ती नागालैंड राज्य की मांग का समर्थन करने से भाजपा की स्थिति और खराब हो गई है। भाजपा इस मांग के खिलाफ है जबकि उनके समर्थन से सरकार चला रहे रियो ने सार्वजनिक रूप से कहा है कि अलग राज्य की मांग में कुछ भी गलत नहीं है। नागालैंड में अगले साल मार्च में चुनाव होने हैं। इससे पहले भी 20 विधायक धमकी दे चुके हैं कि अगर यह मांग नहीं मानी गई तो वे चुनाव का बहिष्कार करेंगे और राज्य में चुनाव नहीं होने देंगे। नागालैंड से अलग राज्य की मांग लंबे समय से चल रही है। इन मांग करने वाले नेताओं का दावा है कि चीन और म्यांमार की सीमा से लगे नागालैंड के छह जिलों को पूरी तरह से उपेक्षित किया गया है। इस क्षेत्र में विकास नहीं हो रहा है इसलिए अलग राज्य बनाकर इसका विकास किया जाए।
बीजेपी का तर्क है कि विकास के लिए अलग राज्य बनाने की जरूरत नहीं है। केंद्र सरकार पूर्वोत्तर के राज्यों को विकसित करने का प्रयास कर रही है, इसलिए बहुत जल्द यह क्षेत्र पिछड़ेपन से बाहर आ जाएगा।