नागालैंड हिंसा मामले में सोनिया गांधी को कांग्रेस प्रतिनिधिमंडल ने सौंपी रिपोर्ट
नागालैंड हिंसा मामला
भारत-म्यांमार सीमा के पास नागालैंड के मोन जिले में पिछले दिनों सैन्य गोलीबारी (Nagaland violence case) में 14 नागरिकों और एक सैनिक के मारे जाने की घटना को लेकर कांग्रेस के प्रतिनिधिमंडल (Congress Delegation) ने गुरुवार को कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) को रिपोर्ट सौंपी।
नागालैंड का दौरा कर चार सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल में महासचिव भंवर जितेंद्र सिंह (Bhanwar Jitendra Singh), नागालैंड के प्रभारी महासचिव अजॉय कुमार, सांसद गौरव गोगोई (MP Gaurav Gogoi) और एंटो एंटोनी ने ये रिपोर्ट तैयार की थी। जिसको लेकर गुरुवार शाम 4 बजे भंवर जितेंद्र सिंह, अजॉय कुमार और गौरव गोगोई ने 10 जनपथ पहुंचे और कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी (Sonia Gandhi) से इस सम्बंध में पूरी जानकारी दी। इन नेताओं ने नागालैंड पहुंचकर पीड़ित परिवारों से भी मुलाकात की थी।
इस मसले पर कांग्रेस सांसद गौरव गोगोई (Gaurav Gogoi) ने केंद्र सरकार पर अरोप लगाते हुए गुरुवार को कहा कि केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह (Amit Shah) ने संसद में झूठ बोला है कि मौन जिले में फायरिंग से पहले चेतावनी दी गई। जबकि ऐसा कुछ नहीं हुआ। वहीं पूर्वोत्तर प्रभारी अजॉय कुमार ने कहा कि आज नागालैंड के लोग दुख में क्रिसमस मना रहे हैं। केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह समेत कोई भी केंद्रीय मंत्री नागालैंड नहीं पहुंचा। शाह को अपने पद पर बने रहने का अधिकार नहीं है। कांग्रेस इस मामले में शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस करेगी।गौरतलब है कि नागालैंड सरकार ने रविवार को मोन जिले में सुरक्षाबलों की कथित गोलीबारी में मारे गए 14 लोगों के परिवारों को पांच-पांच लाख रुपये की अनुग्रह राशि देने का ऐलान किया है। साथ ही सरकार ने घटना की जांच के लिए पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी) स्तर के एक अधिकारी की अध्यक्षता में एक उच्च स्तरीय विशेष जांच दल (एसआईटी) (SIT) गठित करने की भी घोषणा की है।