मुंबई पुलिस ने क्लबहाउस चैट मामले में हरियाणा से तीन आरोपियों को हिरासत में लिया
मुंबई पुलिस ने क्लबहाउस ऐप पर मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अभद्र और अपमानजनक टिप्पणी करने के आरोप में हरियाणा से तीन लोगों को हिरासत में लिया है।
एक महिला की शिकायत पर पुलिस ने भारतीय दंड संहिता (IPC) और IT एक्ट की अलग-अलग धाराओं में आकाश, जैष्णव कक्कर और यश पराशर के खिलाफ FIR दर्ज की थी। तीनों आरोपियों को आज अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड मांगी जाएगी। हाल में क्लबहाउस चैट की एक क्लिप ट्विटर पर वायरल हुई थी, जिसमें प्रतिभागी मुस्लिम महिलाओं को लेकर बात कर रहे थे। इसमें प्रतिभागियों ने कथित तौर पर बाबरी मस्जिद विध्वंस और मुस्लिम महिलाओं के साथ यौन संबंध बनाने की तुलना की थी।
दिल्ली महिला आयोग ने भेजा पुलिस को नोटिस
यह क्लिप वायरल होने के बाद दिल्ली महिला आयोग ने दिल्ली पुलिस की साइबर क्राइम ब्रांच को नोटिस भेजकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की थी। नोटिस में लिखा गया था कि कथित बातचीत में प्रतिभागी महिलाओं और खासकर मुस्लिम महिलाओं के खिलाफ अश्लील, आपत्तिजनक और अपमानजनक टिप्पणियां कर रहे थे। मुंबई की राजा अकादमी ने भी इस चैट पर मुस्लिम महिलाओं को बदनाम करने का आरोप लगाया था। एक महिला ने मुंबई पुलिस में इसकी शिकायत दी थी।
आरोपियों की उम्र 19 से 21 साल के बीच
जनता से रिश्ता के अनुसार, पकड़े गए तीनों आरोपियों की उम्र 19 से 21 साल के बीच है और इनमें से एक कानून का छात्र है। चैट का मॉडरेटर यश कक्कड़ को बताया जा रहा है और ट्रांजिट रिमांड मिलने के बाद इन्हें मुंबई ले जाया जाएगा।
दिल्ली पुलिस ने गूगल और क्लबहाउस से मांगी जानकारी
महिला आयोग की तरफ से नोटिस मिलने के बाद दिल्ली पुलिस ने इस मामले में अज्ञात लोगों के खिलाफ FIR दर्ज की थी। मामले की जांच में जुटी पुलिस ने गूगल और क्लबहाउस ऐप को पत्र लिखकर इस चैट के संचालकों का ब्योरा मांगा था। मीडिया रिपोर्ट्स में आधिकारिक सूत्रों के हवाले से लिखा गया है कि चैट में शामिल कुछ प्रतिभागियों की पहचान हो गई है। इसमें दोनों समुदायों के महिला और पुरुष शामिल हैं।
बुल्ली बाई और सुल्ली डील्स ऐप भी रही चर्चा में
क्लबहाउस चैट वायरल होने से पहले बुल्ली बाई और सुल्ली डील्स जैसी ऐप्स चर्चा में रही थीं। इन दोनों ऐप्स पर मुस्लिम महिलाओं की नीलामी की जा रही थी। इसका मकसद मुस्लिम महिलाओं को नीचा दिखाना और उनका मानसिक उत्पीड़न करना था। इस पर 100 नामचीन महिला की फोटो अपलोड की गई थी। ये मामले काफी चर्चा में रहे थे और दबाव बढ़ने के बाद पुलिस ने इनके क्रिएटर्स को गिरफ्तार किया था।