भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम के सैतुअल जिले के एक दूरदराज के गांव नगोपा ने इतिहास रच दिया
भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम के सैतुअल जिले
आईजोल। भारत के पूर्वोत्तर राज्य मिजोरम के सैतुअल जिले के एक दूरदराज के गांव नगोपा ने इतिहास रच दिया है। नगोपा गांव ने राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार जीता है। नगोपा राज्य का पहला ऐसा गांव है जिसने प्रतिष्ठित पुरस्कार जीता है। आपको बता दें कि पंचायती राज मंत्रालय द्वारा शुक्रवार को विभिन्न श्रेणियों के लिए राष्ट्रीय पंचायत पुरस्कार 2023 की घोषणा की गई।
सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली ग्राम पंचायत
उन्होंने कहा कि नगोपा 9 एलएसजीडी विषयों में समग्र प्रदर्शन में सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने वाली ग्राम पंचायत के रूप में दूसरे स्थान पर है, जिसमें गरीबी मुक्त और बढ़ी हुई आजीविका पंचायत, स्वच्छ और हरित पंचायत और सुशासन के साथ पंचायत शामिल है। नानाजी देशमुख सर्वाेत्तम पंचायत सतत विकास पुरस्कार हासिल करने वाला कर्नाटक का मुलुसोगे गांव है।
जीता इतने करोड़ का पुरस्कार
आपको बता दें कि एनडीएसपीएसवीपी श्रेणी के तहत प्रथम पुरस्कार में 1.5 करोड़ रुपये का नकद पुरस्कार, दूसरे पुरस्कार के लिए 1.25 करोड़ रुपये और तीसरे पुरस्कार के लिए 1 करोड़ रुपये शामिल हैं। पुरस्कार 17 अप्रैल को दिल्ली में आयोजित होने वाले पंचायत सह पुरस्कार समारोह के प्रोत्साहन पर राष्ट्रीय सम्मेलन के अवसर पर पंचायत या ग्राम सभाओं को प्रदान किए जाएंगे।
4600 है गांव की आबादी
नगोपा एक बड़ा गाँव है जो राज्य के पूर्वाेत्तर भाग में मणिपुर की सीमा से लगा हुआ है, जो आइज़ोल से लगभग 182 किमी दूर है। गांव में 4,600 की आबादी वाले लगभग 1,000 परिवार रहते हैं। इसे 7 सदस्यों द्वारा प्रशासित किया जाता है।